नई दिल्ली। आर्मीनिया के नागोर्नो-काराबाख में कत्लेआम मचाने के बाद अब तुर्की और पाकिस्तान कश्मीर में भी इसी को दोहराने की खतरनाक साजिश रच रहे हैं। तुर्की ने सीरियाई नैशनल आर्मी के खुंखार आतंकवादियों को इकट्ठा किया है और उसे उत्तरी सीरियाई इलाके में प्रशिक्षण दे रहा है। ये जेहादी आतंकी अब तुर्की के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाड़े के सिपाही बन गए हैं।
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लीबिया, अजरबैजान, आर्मीनिया, यमन और दक्षिणी कुर्दिस्तान में खूनी खेल खेलने के बाद अब तुर्की के ये हत्यारे पाकिस्तान की मदद करने जा रहे हैं। कुर्दिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किराए के ये हत्यारे अब कश्मीर जाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि भारतीय सैनिकों के खिलाफ जंग लड़ी जा सके।
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कुर्दिश मीडिया वेबसाइट एएनएफ न्यूज के मुताबिक नागोर्नो-काराबाख तुर्की के विस्तार का लक्ष्य था। वहीं जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक शासन की स्थापना खलीफा बनने की तमन्ना रखने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन की मंशा है। एएनएफ न्यूज ने कहा कि सीरियाई नैशनल आर्मी के ‘सुलेमान शाह ब्रिगेड’ के कमांडर मुहम्मद अबू अमशा ने पांच दिन पहले सीरिया में ऐलान किया था कि तुर्की चाहता है कि मिलिशिया को कश्मीर भेजा जाए।
आतंकी अमशा ने कहा कि तुर्की के अधिकारी उससे और अन्य कमांडरों से चाहते हैं कि वे ऐसे वॉलंटियर्स की लिस्ट तैयार करें जो कश्मीर जाना चाहते हैं। कश्मीर जाने के लिए जो लोग तैयार होंगे उन्हें शुरू में दो हजार डॉलर दिया जाएगा। कमांडर ने अपने गिरोह से कहा कि कश्मीर भी उतना ही पहाड़ी इलाका है जितना आर्मीनिया का नार्गोनो-काराबाख है।
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पाकिस्तान भी नागोर्नो-काराबाख की तरह से कश्मीर में हमले की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान के इस नापाक साजिश में मदद के लिए अब उसका आका तुर्की किराए के सीरियाई हत्यारे भेजने की तैयारी कर रहा है। तुर्की इन हत्यारों को ऐसे समय पर भेज रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। गत 13 नवंबर को भारतीय सेना ने जोरदार कार्रवाई करते हुए पीओके में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।