नई दिल्ली। पाकिस्तान के गरीब-बेसहारा लोगों को रुपए का लालच देकर चीन में किडनी बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पाक के अधिकारियों ने अवैध अंग प्रत्यारोपण के लिए लोगों को चीन ले जाने में लिप्त सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने लाहौर पासपोर्ट कार्यालय में इन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उनका नेता अब्दुल लतीफ भी शामिल है। पहले भी एफआईए ने खासकर पंजाब में अवैध अंग प्रत्यारोपण में शामिल कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। अक्सर खाड़ी से लोग किडनी प्रक्रिया के लिए पंजाब आते थे।
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एफआईए के उपनिदेशक (पंजाब) सरदार मावरहान खान के अनुसार सूचना मिली थी कि चीन में मानव अंगों के अवैध प्रत्यारोपण के लिए लाहौर में एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय है, जिसके बाद एक टीम ने पासपोर्ट कार्यालय पर छापा मारा और दानकर्ताओं और एजेंटों समेत सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
खान ने कहा कि कथित रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को अपना लीवर और किडनी बेचने के लिए बहलाते-फुसलाते थे। फिर चीन में अंग प्रत्यारोपण किया जाता था। प्राथमिक जांच के दौरान यह सामने आया कि एजेंटों का चीन में संपर्क थे। जहां वे चीनी डॉक्टरों के माध्यम से अंग प्रत्यारोपण करवाते थे।
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उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो चीन में अवैध मानव अंग प्रत्यारोपण में शामिल था। एजेंट दानकर्ता को करीब चार लाख रुपए देता है और उसकी चीन यात्रा का इंतजाम करता है। आम तौर पर किडनी प्राप्त करने वाला अपने आप ही वहां (चीन) पहुंचता है। इस गिरोह ने अबतक इस काम के लिए करीब 30 लोगों को चीन ले गया है।
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एफआईए का कहना है कि आम तौर पर (अंग) प्राप्तकर्ता खाड़ी, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी आते हैं। इस संबंध में संबंधित कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।