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आज से शुरू हो रहे हैं पंचक, अगले 5 दिन न करें ये काम

Panchak

Panchak

हिंदू धर्म में किसी भी काम का आरंभ करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त, राहुकाल का जरूर ध्यान रखा जाता है। ऐसे ही हर मास में 5 दिनों तक अशुभ मुहूर्त होता है जिसमें काफी हद तक शुभ और मांगलिक काम करने का मनाही होती है। इन पांच दिनों को पंचक (Panchak) कहा जाता है। अगस्त माह की शुरुआत हो चुकी है और इस माह की शुरुआत में ही यानी 2 अगस्त से पंचक शुरू हो रहे हैं, जो 6 अगस्त को समाप्त होंगे। बुधवार के दिन शुरू होने के कारण ये पंचक अशुभ नहीं होंगे।

क्या है पंचक (Panchak) ?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पंचक के दौरान चंद्रमा कुंभ से मीन राशि में लगभग पांच दिनों तक रहते हैं। इस अवधि को पंचक कहा जाता है। पांच नक्षत्रों से मिलकर पंचक बना है, जो धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र है।

कब से कब पंचक (Panchak) ?

हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचक 2 अगस्त को रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू हो रहे हैं, जो 6 अगस्त को देर रात 1 बजकर 43 मिनट पर समाप्त हो रहे हैं।

किस दिन होता है कौन सा पंचक (Panchak) ?

हिंदू पंचांग के अनुसार, दिन के अनुसार पंचक का नाम दिया गया है और हर एक पंचक का अलग-अलग फल मिलता है। सोमवार से शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक, मंगलवार का अग्नि पंचक, शुक्रवार को चोर पंचक, शनिवार को मृत्यु पंचक और रविवार के रोग पंचक होता है। बुधवार और गुरुवार के पंचक को अशुभ नहीं माना जाता है।

पंचक (Panchak) के दौरान न करें ये काम

मुहूर्त-चिंतामणि में दिए एक श्लोक के अनुसार. पंचक के दौरान पांच कामों को करने का मनाही होती है।

‘अग्नि-चौरभयं रोगो राजपीडा धनक्षतिः।

संग्रहे तृण-काष्ठानां कृते वस्वादि-पंचके।।’

अर्थात:- पंचक में तिनकों और काष्ठों के संग्रह से अग्निभय, चोरभय, रोगभय, राजभय एवं धनहानि संभव है।

>> पंचक (Panchak) के दौरान लकड़ी एकत्र करना या फिर खरीदना नहीं चाहिए।

>> अगर आप घर बनवा रहे हैं, तो पंचक के दौरान कभी भी छत नहीं डलवानी चाहिए। इससे उस घर में रहने वाले लोग काफी शांति से नहीं रह पाते हैं।

>> पंचक (Panchak) के दौरान किसी का निधन होना काफी अशुभ माना जाता है। पंचक के दौरान किसी का भी दाह संस्कार करने की मनाही होती है। अगर करना होता है, तो कुछ नियमों का पालन करना होता है।

>> पंचक (Panchak)  के दौरान पलंग, चारपाई आदि नहीं बनानी चाहिए और न ही खरीदना चाहिए।

>> पंचक (Panchak) के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचना चाहिए

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