नई दिल्ली| बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने काम से लोगों के दिलों खास जगह बनाई है। उनके हर किरदार को पसंद किया गया, लेकिन उन्हें यह फेम आसानी से नहीं मिली। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और कभी हार नहीं मानी। पंकज ने बताया कि 8 साल की मेहनत के बाद लोगों ने उन्हें पहचानना शुरू किया। पंकज ने अपने संघर्ष से बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर अपनी बात रखी।
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एक इंटरव्यू के दौरान पंकज त्रिपाठी ने कहा, ”नेपोटिज्म ने किसी भी तरह मुझे परेशान नहीं किया। मैंने अपने क्राफ्ट पर काम करने में बिजी रहा। लोगों को शायद लगता होगा कि मैं झूठ बोल रहा हूं, जब मैं यह कहता हूं कि मैंने इंडस्ट्री में कभी असहज महसूस नहीं किया, लेकिन मैं बता सकता हूं कि अब तक मेरी जर्नी और एक्सपीरियंस कैसा था। मैंने फिल्मों में रोल पाने के लिए कड़ी मेहनत की। मैंने 8 साल लगातार मेहनत की तब लोगों ने मुझे पहचानना शुरू किया।”
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”हालांकि मैं इस बात से इनकार नहीं करूंगा कि इंडस्ट्री में ऐसी चीजें दूसरों के साथ नहीं हो रही है। स्टारकिड्स को दूसरों के मुकाबले जल्दी मौका मिल जाता है, क्योंकि एक वे एक विशेष फैमिली से आते हैं। मुझे आसानी से मौका नहीं मिला। हालांकि, मुझे किसी ने रोका भी नहीं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपको 8 साल या फिर 8 दिन के संघर्ष के बाद पहचान मिली। अगर आपके पास टैलेंट नहीं है तो आप इस इंडस्ट्री में सर्वाइव नहीं कर सकते हैं। ऑडियंस बहुत स्मार्ट हो गई है। वह जानती है कि कौन टैलेंटेड और कौन नहीं।”