मधेपुरा के पूर्व सांसद व जाप सुप्रीमों राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव मंगलवार की रात 3 बजे वीरपुर कारा क्वारंटाइन जेल लाए गए। हालांकि पप्पू यादव को लेकर पुलिस बल लगभग डेढ़ बजे रात में ही पहुंची लेकिन सारी प्रक्रिया पूरी होते होते तीन बजे उन्हें जेल भेजा गया। इस दौरान पप्पू यादव गाड़ी पर ही बैठे रहे। बीते दिन पटना पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें पहले हिरासत में लिया, फिर 32 साल पुराने एक केस में गिरफ्तार कर लिया। अब पप्पू यादव वीरपुर की जेल में हैं और भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
पप्पू यादव कुछ ही दिन पहले बीमारी के बाद ऑपरेशन करवा कर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। पप्पू ने जेल जाने से पहले भी कोर्ट के समक्ष अपनी बीमारी का हवाला दिया था। पप्पू ने ट्वीट कर जानकारी दी और लिखा है वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया,हॉस्पिटल माफिया,ऑक्सीजन माफिया,एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है!
वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है।
कोरोना मरीज की सेवा करना,उनकी जान बचाना, दवा माफिया,हॉस्पिटल माफिया,ऑक्सीजन माफिया,एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है!
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 12, 2021
इससे पहले मंगलवार को जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव को गिरफ्तारी के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले मंगलवार को पटना से हुई गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच मधेपुरा ले जाया गया। रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया। पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया।
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कोर्ट के कर्मचारी अपने कार्यालय पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की पेशी हुई। पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का भी हवाला बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की। पप्पू यादव की पेशी को लेकर बड़ी संख्या में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी थी, फिर भी सैकड़ों समर्थक रात के अंधेरे में जगह-जगह डटे दिखे।