अयोध्या के तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगत गुरू परमहंस आचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है।
परमहंस ने कहा कि यदि दो अक्तूबर, 2021 तक भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं होता है तो वह गांधी जयंती वाले दिन अयोध्या स्थित सरयू में जल समाधि ले ले लेंगे। यह दावा परमहंस आचार्य ने मंगलवार को ब्राह्मण संरक्षण सेवा फाउंडेशन की ओर से प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में किया।
फाउंडेशन के कार्यों की सराहना आचार्य ने की। फाउंडेशन के अध्यक्ष बिन्दुसार पांडेय ने सरकार से परमहंस आचार्य की मांग पर गंभीरता से चिंतन करने की मांग की है। बिन्दुसार ने कहा कि उनके फाउंडेशन के पदाधिकारी भी परमहंस आचार्य के साथ सरयू में जल समाधि लेंगे। श्री पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही निर्दोष ब्राह्मणों की हत्या से प्रदेश का ब्राह्मण समाज स्वयं को अत्यंत भयभीत एवं असुरक्षित महसूस कर रहा है। ब्राह्मणों के साथ सत्ता में बैठी सरकार असंवैधानिक एवं दुव्र्यवहार कर रही है।
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खुशी दुबे की रिहाई की मांग करते हुए बिंदुसार पांडेय ने भाजपा सरकार पर अयोध्या में हो रहे श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण का श्रेय लूटने का आरोप भी लगाया। उन्होंने राम मंदिर पर सरकार द्वारा कराने जाने पर टिप्पणी की। कहा कि बीजेपी को श्रीराम जन्मभूमि का इतिहास पता नहीं है। राम मंदिर आंदोलन तथा राम मंदिर निर्माण में देश के 100 करोड़ हिन्दुओं की आस्था और सहयोग शामिल है।
बिंदुसार ने कहा कि फाउंडेशन की ओर से हरदोई के संडीला विधानसभा में भगवान परशुराम के भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। इसी 20 अगस्त को भगवान परशुराम के मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा। प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय स्वयं संघ के प्रचारक उमेश शुक्ला ने फाउंडेशन की मांगों का स्वागत किया।
कहा कि समस्त पार्टियों से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने, जातिगत आरक्षण समाप्त करने, निर्दोष ब्राह्मणों की हत्या की सीबीआई जांच की मांग, गरीब भूमिहार ब्राह्मणों को जमीन दान में देने का अनुरोध किया। संगठन सचिव प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि बीजेपी सरकार को आगामी विधानसभा के चुनावों में ब्राह्मण समाज मुंहतोड़ जवाब देगा। प्रेसवार्ता में राम मिश्रा, विनोद पांडेय, योगेंद्र त्रिपाठी, वीरेंद्र मणि तिवारी, विनोद शुक्ला समेत अन्य लोग रहे।