नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा (Parliament Security Breach) में बुधवार को हुई बड़ी चूक के बाद पुलिस और जांच एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। अभी तक की जांच में सामने आया कि इस मामले में चार नहीं छह लोग शामिल हैं। संसद के अंदर और बाहर हंगामा करने वाले चार संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि संसद भवन के आरोपियों की संख्या छह बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि, यह सब लोग गुरुग्राम में रुके थे।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो दिल्ली पुलिस को संसद की सुरक्षा उल्लंघन के मामले में पकड़े गए चार लोगों के साथ दो और लोगों की संलिप्तता होने की आशंका है। जांच में ये भी बातें सामने आ रही हैं कि सभी आरोपी एक दूसरे को जानते थे। वहीं, अब दिल्ली पुलिस संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में शामिल आरोपियों के मोबाइल फोन की तलाश कर रही है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने पांचवें संदिग्ध को गुरुग्राम से हिरासत में लिया है। पांचवें आरोपी का नाम क्या है अभी इसकी पुष्टी नहीं हुई है।
22 साल बाद संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक, कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से कूदे दो लोग
इस घटना के बाद सवाल उठने लगा है कि आखिर इस घटना के पीछे साजिशकर्ता कौन है? पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर उस तक पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी है। इसके साथ ही आरोपियों ने कैसे विजिटर पास बनवाया इसके बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या छह आरोपियों को किसी या संगठन ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का निर्देश दिया था। दिल्ली पुलिस की टीमें छठे आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।
इनको पुलिस ने पकड़ा
बता दें कि, दर्शक दीर्घा से कूदे दोनों आरोपियों और संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस मामले में सभी चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि संसद में कूदे लोगों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन के रूप में हुई है। वहीं बाहर क्लर स्मोक का प्रयोग करने वालों की पहचान पहचान नीलम और अमोल शिंदे के रूप में हुई है।