• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

परशुराम जयंती कब है, जानें पूजा विधि

Writer D by Writer D
21/04/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Parashurama Jayanti

Parashurama Jayanti

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

सनातन धर्म में परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) का खास महत्व है। पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली तृतीया तिथि पर विष्णु जी के छठे अवतार भगवान परशुराम जी की जयंती मनाने का विधान है। भगवान विष्णु के इस अवतार को बहुत ही उग्र माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से भगवान परशुराम की पूजा करने से ज्ञान, साहस और शौर्य आदि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में खुशियां बढ़ती हैं।

परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) कब है?

वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का आरंभ 29 अप्रैल 2025, दिन मंगलवार की शाम 05 बजकर 31 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 30 अप्रैल 2025, बुधवार को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर होगा। भगवान परशुराम का अवतार प्रदोष काल में हुआ है। ऐसे में 29 अप्रैल को देशभर में परशुराम जयंती का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन अक्षय तृतीया का पर्व भी मनाया जाएगा।

परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) पूजा विधि

परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। घर के पूजा स्थल की भी साफ-सफाई करें। फिर जगत के पालन हार भगवान विष्णु का ध्यान कर पूजा और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद पूजा स्थल पर परशुराम जी की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें। परशुराम भगवान को इसके बाद जल, अक्षत, चंदन आदि अर्पित करें। पूजा के दौरान घी का दीपक और धूप जलाएं। इसके बाद परशुराम जी के मंत्रों का जप करें और उन्हें खीर इत्यादि का भोग लगाएं। आप तुलसी के पत्ते भी परशुराम भगवान को अर्पित कर सकते हैं। अंत में आपको परशुराम जी की आरती करनी करें और पूजा की समाप्ति पर प्रसाद भी सभी लोगों में बांटे। परशुराम जी के साथ ही इस दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना भी करनी चाहिए। साथ ही इस दिन आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करके आप शुभ परिणाम मिलते हैं।

परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) पर करें इन मंत्रों का जाप

ॐ ब्रह्मक्षत्राय विद्महे क्षत्रियान्ताय धीमहि तन्नो राम: प्रचोदयात्।।
ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि तन्नो परशुराम: प्रचोदयात्।।
ॐ रां रां ॐ रां रां परशुहस्ताय नम:।।

Tags: Parshuram Jayanti
Previous Post

अक्षय तृतीया इस दिन मनाई जाएगी, शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त

Next Post

सीता नवमी कब है, जानें पूजा-विधि

Writer D

Writer D

Related Posts

facial hair
फैशन/शैली

फेशियल हेयर्स से परेशान, तो इन आसान तरीके से पाएं छुटकारा

08/09/2025
Glowing Skin
फैशन/शैली

इन घरेलू तरीकों से निखारे अपनी त्वचा, चेहरा खिलेगा चाँद की तरह

08/09/2025
Bharda Bhaat
खाना-खजाना

लंच में ट्राई करें महाराष्ट्रीयन फेमस जायका भरड़ा भात, जानें बनाने का तरीका

08/09/2025
White Hair
Main Slider

सफ़ेद होने लगे हैं बाल, काला करने के लिए आजमाए ये नुस्खें

08/09/2025
Mosquitoes
Main Slider

घर से मच्छरों को करें विदा इन उपायों की मदद से

08/09/2025
Next Post
Sita Navami

सीता नवमी कब है, जानें पूजा-विधि

यह भी पढ़ें

Salman Khan

KISS मांगने पर अभिजीत की सलमान ने लगाई क्लास, बोले- मेरे सामने…

18/12/2021
Jais Railway Station

गुरु गोरखनाथ धाम कहलाएगा अमेठी का जायस स्टेशन, इनके भी बदल जाएंगे नाम

13/03/2024
murder

पत्नी की गला दबाकर की हत्या, कोतवाली जाकर खुद दी घटना की सूचना

08/09/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version