लखनऊ में कोविड अस्पतालों, नॉन कोविड अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों के बाहर किराए पर चलने वाले एंबुलेंसों पर किराया सूची चिपका दी गई है।
लखनऊ के जिला प्रशासन ने निरंतर मिल रही शिकायतों में एम्बुलेंसों के मनमाना किराया वसूली को गंभीरता से लेते हुए करीबन 22 एंबुलेंस पर किराया सूची चस्पा कर दी है। आने वाले दिनों में भी एंबुलेंस पर किराया सूची चिपकाने का कार्य जारी रहेगा, जिससे मरीजों को लाने ले जाने में उनके परिजनों को असुविधा ना हो।
एडीएम पूर्वी केपी सिंह ने बताया कि मरीजों के परिजनों और तीमारदारों ने आईसीसीसी पर कई बार सरकारी और प्राइवेट एंबुलेंसों के चालकों के मनमानी की शिकायत की थी। इसको देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा किराया सूची लगाने का निर्णय कराया गया।
एंबुलेंस के लिए स्टैंड की सुविधा केजीएमयू, लोहिया अस्पताल, पीजीआई के बाहर है। इसके अलावा बड़े अस्पतालों के बाहर एंबुलेंसों के लिए कोई स्टैंड नहीं है। एंबुलेंस चालकों द्वारा ज्यादातर एंबुलेंस स्टैंड पर खड़े किए जाते हैं लेकिन यह स्टैंड भी आवंटित नहीं है।
एंबुलेंस चालकों की मनमानी पर पहली बार जिला प्रशासन द्वारा रोकथाम लगाने का प्रयास किया गया है जिससे लखनऊ और बाहर से आने वाले लोगों को सहूलियत मिल सके।