साल 2019 में जालौन की रहने वाली एक छात्रा ने पीसीएस अफसर सौजन्य कुमार के खिलाफ नवाबाद थाने में शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और उसका वीडियो भी बनाने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने पीसीएस अफसर सौजन्य कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। मुकदमा दर्ज होने के दौरान सौजन्य कुमार चित्रकूट जनपद में एसडीएम के पद पर तैनात थे। केस दर्ज होने के बाद सौजन्य कुमार दो साल से फरार चल रहे थे। अब उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
मामले की शुरुआत साल 2017 में हुई थी, जब झांसी में पढ़ाई कर रही जालौन की रहने वाली छात्रा से पीसीएस अफसर से मुलाकात जालौन में एसडीएम के पद पर तैनाती के दौरान हुई थी। छात्रा ने एसडीएम सौजनन्य कुमार पर आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी कि पीसीएस अफसर ने पहले उसे शादी का झांसा दिया।
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प्रेम जाल में फंसाने के बाद अफसर कई बार उसके साथ झांसी में आकर होटल में रुका, जहां सौजन्य ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नही सौजन्य कुमार ने दुष्कर्म के दौरान वीडियो भी बनाई।
जालौन से चित्रकूट में तैनाती के बाद जब आरोपी एसडीएम से छात्रा ने शादी का दबाव बनाया, इस पर सौजन्य कुमार छात्रा से दूरी बनाने लगे। इसके बाद छात्रा ने आहत होकर झांसी के नवाबाद थाने में तत्कालीन एसडीएम चित्रकूट सौजन्य कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस आरोपी एसडीएम की गिरफ्तारी ने जुट गई।
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इसी दौरान आरोपी अधिकारी मौका पाकर फरार हो गया। दो साल तक फरार चलने के चलते अब पुलिस ने आरोपी अधिकारी के घर पर नोटिस चस्पा कर दिया था। घर पर नोटिस चस्पा होने के बाद अचानक दो साल की फरारी काटने के बाद पीसीएस अधिकारी सौजन्य कुमार ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने दुष्कर्म के आरोपी अधिकारी को जेल भेज दिया है।