बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उपेक्षित वर्ग के लोगों को सपा जैसे पार्टियों से जरुर सावधान रहना चाहिए। जिसने एससी में एसटी से संबंधित बिल संसद में फाड़ दिया था और बाद में षड़यंत्र के तहत बिल पास भी नहीं होने दिया था। अर्थात इन जैसी पार्टियां कभी भी इन वर्गों का विकास या उत्थान नहीं कर सकती है।
मायावती ने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने उपक्षित वर्ग के लोगों को विशेषकर शिक्षा, सरकारी नौकरियों में आरक्षण और अन्य जरुरी सुविधाओं का प्रावधान किया है। इस लम्बी अवधि में भी इन वर्गों के लोगों को उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि जिसको लेकर इन वर्ग के लोग और हमारी पार्टी दुखी और चिंतित है। केन्द्र और सभी राज्य सरकारें इस ओर ध्यान दें, बसपा की यह सलाह है। उन्होंने कहा कि एससी एसटी व ओबीसी वर्गो का ज्यादातर विभागों में आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है। जिसको लेकर दुखी और पीड़ित लोग सड़कों पर धरना व प्रदर्शन करते रहते हैं।
उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग उठाते हुए कहा कि इन वर्गो के लिए प्राइवेट सेक्टर ने अभी तक आरक्षण देने की कोई व्यवस्था नहीं की है। साथ ही केन्द्र या राज्य सरकारें इस मामले में कोई कानून बनाने के लिए तैयार नहीं है। क्या ऐसे ही केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा संविधान का पालन किया जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि संविधान पर सरकारों को इन वर्गो के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। यहां सभी धर्मो के लोग रहते हैं, उनके लिए बने कानूनों का भी ठीक से पालन नहीं हो रहा है। संविधान दिवस के अवसर पर किसानों के आंदोलन का एक वर्ष पूरा हो गया है। किसानों की अन्य मांगों को भी सरकार को स्वीकार कर लेना चाहिए।
उन्होंने आगे एक घोषणा करते हुए कहा कि उमाशंकर सिंह को विधानमंडल दल का नेता बना दिया गया है। इनको मैं बधाई देती हूं।