उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि जनता अखिलेश यादव सरकार के गुंडाराज की वापसी नहीं चाहती है और जनाकांक्षाओं पर खरा उतरने वाली भाजपा अभी कम से कम 25 साल राज करेगी।
उन्होने कहा कि अगले चुनाव तक सरकार बडे और कडे फैसले लागू करेगी। उन्होने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून से विपक्ष बेचैन हो रहा है। श्री मौर्य ने रविवार को पौधरोपण के साथ 602 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष चाहे जितना शोर मचा ले,जनसंख्या कानून लागू होकर रहेगा। क्योंकि यह प्रदेश और जनता के हित में है। भाजपा सरकार 98 फीसदी वादे पूरे कर चुकी है। अगले 25 साल तक भाजपा की सरकार रहेगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमें जनता ने पांच साल के लिए चुना है। हम अगले चुनाव की आचार संहिता लागू होने तक बड़े और कड़े फैसले लेते रहेंगे। प्रदेश सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण पर कदम आगे बढ़ाया है तो विपक्ष बेचैन है। अखिलेश यादव, राहुल गांधी और मायावती का नाम लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘हम किसी को मनाने नहीं जाएंगे। विपक्ष का काम विराेध करने का है। वह विरोध करते रहें। हम जनता के हित में कड़े फैसले लेने से पीछे हटने वाले नहीं हैं।
केशव मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले सपा नेता अखिलेश यादव मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखने में बहुत खुश थे। उन्हें लग रहा था मानो जनता सपा की सरकार बनाने जा रही है। लेकिन जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख चुनाव नतीजों से सपा नेता का सपना चकनाचूर हो गया।पंचायत चुनाव में भाजपा का भगवा ध्वज लहराया है क्योंकि जनता अखिलेश के गुंडा राज को अभी भूली नहीं है। वैसा राज दोबारा से जनता को हरगिज नहीं चाहिए।
उन्होने कहा कि , ‘विपक्षी दलों की एक ही साजिश है कि किसी तरह 2024 में मोदी को सत्ता में आने से रोका जाए। इसके लिए पहले वह 2022 में उत्तर प्रदेश में भाजपा को रोकना चाहते हैं।इसको लेकर विपक्ष ख्याली पुलाव पकाने में एकजुट है। क्योंकि उनको लगता है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे तो 2024 में दिल्ली में मोदी नहीं आएंगे। विपक्ष का यह सपना कभी पूरा नहीं होगा।प्रदेश की जनता 2022 में भाजपा को 300 से ज्यादा सीटें देने का मन बना चुकी है। जनता भलीभांति अवगत है कि दिल्ली की केंद्र सरकार में नरेंद्र मोदी का बने रहना देशहित में कितना जरूरी है।