केंद्रीय विधि मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी प्रसाद यादव को यह बताना चाहिए कि उनकी पार्टी के कार्यकाल में बिहार में कितने चिकित्सकों का फिरौती के लिए अपहरण किया गया।
श्री प्रसाद ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री यादव के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में फिरौती के लिए जहां जाने-माने कई चिकित्सकों का अपहरण किया गया वहीं चेक एवं नौकरी देने के एवज में जमीन अपने नाम पर लिखवा ली गई। राजद के कार्यकाल में व्यापारी वर्ग भी परेशान रहे। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग राजद के कार्यकाल को अभी तक भूले नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसकी क्या गारंटी है कि फिर से फिरौती के लिए अपहरण नहीं होगा। प्रतिपक्ष के नेता को फिरौती रंगदारी और अपहरण के उस समय की वारदातों को स्पष्ट करना चाहिए। सुरक्षा का आश्वासन भी एक बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार पर लोगों को भरोसा है क्योंकि दूसरे दल के लोग वादे ही करते रहते हैं। राजग जो कहता है उसे हर हाल में पूरा किया जाता है।
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भाजपा सांसद ने कहा कि विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के साथ खड़ा होना आश्चर्य की बात है। कांग्रेस अपनी राजनीतिक रसूख बचाने के लिए भाकपा-माले से हाथ मिलाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पष्ट मानना है कि जब तक बिहार का विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के 10 वर्षों के कार्यकाल में पार्टी को आईसीयू में ले गए।
केंद्रीय मंत्री ने बगैर किसी राजनीतिक दल का नाम लिए हुए कहा कि कुछ लोग लुभाने के लिए संकल्प लेते हैं काम करने के लिए नहीं। उनकी पार्टी ने अपने दृष्टि पत्र में जो 11 संकल्प लिये हैं उसके लिए रोडमैप बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी केवल वादे नहीं करती बल्कि हर वादे को पूरा करती है। प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया ने नए आयाम गढ़े हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि कोरोना काल में भी डिजिटल इंडिया के माध्यम से 455 करोड रुपए का भुगतान 22 लाख लोगों के बीच मोबाइल ऐप के जरिए किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार के 45945 गांव में सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है और 6000 किलोमीटर में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा दिया गया है। यह कार्य शीघ्र पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑप्टिकल फाइबर गांव-गांव तक पहुंच जाएगा तो इससे इंटरनेट की सुविधा सुलभ होगी। गांव गांव के लोग भी देश दुनिया से जुड़ जाएंगे। इससे हजारो नौजवानों को रोजगार मिलेगा। बिहार के लोग जानते हैं कि किसने काम किया है और कौन काम करेगा।