नई दिल्ली। कई महीनों के बाद मामूली तौर पर नीचे आए पेट्रोल के भाव फिर से बढ़ सकते हैं। इसकी वजह कच्चे तेल के दामों में लगी आग है। ये अब 7 साल की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। जानें कितने बढ़ सकते हैं ईंधन के दाम…
कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत (Brent Crude Oil Price) बढ़कर 87 डॉलर प्रति बैरल (करीब 6,490 रुपये प्रति बैरल) हो गई है। ये क्रूड ऑयल का पिछले 7 साल में सबसे ऊंचा स्तर है। क्रूड ऑयल में ये तेजी पिछले कुछ हफ्तों से लगातार देखी जा रही है।
पीटीआई की खबर के मुताबिक यमन के यहूदी विद्रोहियों के संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक तेल कंपनी पर हमला करने के चलते आपूर्ति बाधित हुई है। वहीं वैश्विक स्तर पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने भी कच्चे तेल के दाम बढ़ाने में मदद की है।
विशेषज्ञों का मानन है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आ रही इस तेजी से घरेलू स्तर पर भी पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ सकते हैं। यदि कच्चे तेल के दाम 90 डॉलर तक पहुंचते हैं तो घरेलू स्तर पर ईंधन के दाम प्रति लीटर 2 से 3 रुपये बढ़ सकते हैं।
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हालांकि अभी उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में आम आदमी को इस महंगे पेट्रोल से थोड़े वक्त के लिए राहत मिल सकती है। बीते कुछ वक्त में देश में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर जा चुका है, लेकिन चुनावों के नजदीक आते ही भाव में बढ़ोत्तरी थमी है। बीते 74 दिन से पेट्रोल के दाम अपरिवर्तित बने हुए हैं। दिल्ली में मंगलवार को एक लीटर पेट्रोल का भाव 95।41 रुपये और डीजल का भाव 86।67 रुपये रहा।