नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस बीच फाइजर इंक ने दावा किया है कि उसका कोराना टीका तीसरे चरण के ट्रायल के अंतिम विश्लेषण में 95 फीसदी प्रभावी पाया गया है। इसके साथ ही कंपनी के लिए अगले कुछ ही दिनों में फाइनल अप्रूवल के लिए अमेरिकी नियामकों के पास आवेदन देने का रास्ता साफ हो गया है।
अमेरिकी दवा कंपनी और इसके पार्टनर बायोनटेक एसई ने कहा कि उनकी वैक्सीन ने सभी उम्र और वर्ग के लोगों को कोरोना से बचाया है। अभी तक कोई गंभीर सुरक्षा समस्या नहीं आई। ट्रायल में करीब 44 हजार लोगों को टीका लगाया गया है। दवा कंपनी की ओर से घोषणा के बाद फाइजर के शेयर प्रीमार्केट ट्रेडिंग में 2.7 पर्सेंट उछल गए, जबकि बायोनटेक के शेयरों में भी 7.3 फीसदी की तेजी आई।
कुपवाड़ा में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फेंका ग्रेनेड, पांच लोग घायल, सेना ने चलाया तलाशी अभियान
पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस को लेकर उम्मीद जगाने वाली कई खबरें सामने आई हैं। मॉडर्ना इंक ने भी 94.5 पर्सेंट प्रभावी टीके का दावा किया है तो इससे रूसी स्पूतनिक वी ने भी अपने टीके को 92 फीसदी असरकारक बताया है। आने वाले दिनों में एस्ट्राजेनका पीएलसी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से भी ट्रायल के आंकड़े सामने रखे जाएंगे।
फाइजर-बायोनटेक डेटा के मुताबिक, ट्रायल में शामिल 170 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए। वैक्सीन लगाने के बाद कुल 8 लोग बीमार पड़े, जबकि प्लासीबो के बाद 162 लोगों को कुछ शिकायतें हुईं। वैक्सीन ने के डोज ने बीमारी को गंभीर होने से भी रोका, एनालिसिस के मुताबिक सामने आए 10 गंभीर केस प्लासीबो ग्रुप से थे।
देश के सभी लोगों को मुफ्त में मिले कोरोना वैक्सीन : नारायण मूर्ति
कंपनी की ओर से बताया गया है कि टीका 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में भी 94 फीसदी से अधिक प्रभावी है। अधिकतर लोगों ने जिन्हें यह टीका लगाया गया उन्होंने इसे आराम से सहन किया। दूसरे डोज के बाद 3.7 पर्सेंट लोगों में अधिक थकान दिखा।