अक्षय नवमी के दिन विष्णुजी और आंवले (Amla) के पौधे की पूजा करना सुख-समृद्धिदायक माना गया है। हर साल कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाया जाता है। इसे आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 10 नवंबर को अक्षय नवमी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवले (Amla) के पौधे की विधि-विधान से पूजा करना चाहिए। इससे परिवार सुख और संपन्न रहता है।
इस साल आंवला नवमी (Amla Navami) पर ध्रुव योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। जिससे इस दिन का महत्व कहीं अधिक बढ़ जाता है। इसके साथ ही इस दिन आंवले का पेड़ लगाना भी बेहद शुभ माना गया है, लेकिन आंवले का पौधा लगाते समय वास्तु की कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं घर में आंवले का पौधा लगाने के वास्तु टिप्स और फायदे…
आंवले (Amla) का पौधा लगाने के वास्तु टिप्स
अक्षय नवमी के दिन घर के पूर्व या उत्तर दिशा में आंवले का पेड़ लगा सकते हैं।
इसके अलावा ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा में भी आंवले का पौधा लगा सकते हैं।
गुरुवार और शुक्रवार याअक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ लगाया जा सकता है। मान्यता है कि इससे घर की नेगेटिविटी दूर होती है।
आंवले (Amla) का पौधा लगाने के फायदे-
आंवले (Amla) के पौधा लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
मान्यता है कि वास्तु के अनुसार सही दिशा में आंवले का पेड़ लगाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए घर में आंवले का पेड़ लगाना लाभकारी माना जाता है। इससे धन-धान्य में वृद्धि होती है।
कहा जाता है कि आंवले के पेड़ पर विष्णुजी का वास होता है। इसलिए नियमित आंवले के पेड़ पर जल अर्पित करने से धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
मान्यताओं के अनुसार, घर में आंवले का पौधा होने से पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
यह भी मान्यता है कि अक्षय नवमी के दिन आंवले के पौधे की विधिवत पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।