श्राद्ध पक्ष जारी हैं जिसमें हर दिन सभी अपने पूर्वजों और पितरों के आत्मा की संतृप्ति के लिए उनका श्राद्ध करते हैं। पितरों के आशीर्वाद से जीवन खुशहाल बनता हैं और सभी परेशानियों का अंत होता हैं। पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में पौधे लगाने का भी बड़ा महत्व माना गया हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पौधे लगाकर उनकी सही देखभाल करने से पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि के साथ धन-धान्य से परिपूर्ण रहने का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। तो आइये जानते हैं पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में कौनसे पौधे लगे जाए।
सबसे पहले लगा लें वट वृक्ष
वट वृक्ष जिसे जगत जननी मां सीता का आशीर्वाद प्राप्त है। मान्यता है कि अगर पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में इसका पौधा लगाया जाए तो ईश्वर और पितरों की विशेष कृपा मिलती है। कहते हैं कि अगर किसी के पितरों की आत्मा को मुक्ति नहीं मिली है तो इसे लगाने से उनकी आत्मा मुक्त हो जाती है।
पूर्वजों की मुक्ति के लिए लगाएं बेल
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्वजों की मुक्ति के लिए घर में बेल का पौधा लगाना चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि पौधा लगाकर उसे भूल नहीं जाना है। बल्कि नियमित रूप से आपको उसकी देखभाल करनी है और उसके सामने बैठकर अपने पूर्वजों की मुक्ति के लिए प्रार्थना भी करनी है। प्रार्थना करते समय मन में यह भाव होना चाहिए कि बेल नहीं बल्कि स्वयं भोलेनाथ आपकी प्रार्थना सुन रहे हैं और वह आपकी मनोकामना जरूर पूरी करेंगे।
शमी के पौधों से पितर होते हैं अति प्रसन्न
शमी का पौधा लगाने से न केवल न्याय के देवता शनि भगवान प्रसन्न होते हैं बल्कि पितर भी प्रसन्न होते हैं। पौराणिक मान्यता है कि इस पौधे को लगाने से पित दोष भी दूर होता है और उनकी कृपा से जीवन में व्याप्त दु:ख-तकलीफों का भी धीरे-धीरे अंत होने लगता है।
इन्हें भी लगा सकते हैं मिलेगी पितरों की कृपा
पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौना आम, कुशा, पलाश, मदार, पीपल और खैर के पौधे भी लगा सकते हैं। मान्यता है कि इन पौधों को लगाने से पितर प्रसन्न होते हैं और धन-धान्य का आशीर्वाद देते हैं। लेकिन ध्यान रखिए आप पितृ पक्ष के दौरान जो भी पौधे लगाएं उनकी देख-रेख में किसी तरह की कोई कोताही न बरतें।
मान्यता है कि अगर पितृपक्ष (Pitru Paksha) के दौरान लगाए गए पौधे सूख जाएं तो समझ लीजिए कि आपके पितर आपसे नाराज हैं इसलिए पौधों की अच्छे से देखभाल करें।