जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले की भूंगरा गैस त्रासदी (Jodhpur gas tragedy) में हुईं 35 मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र लिखकर दुख जताया है। प्रधानमंत्री (PM Modi) ने लिखा कि आग से इतने लोगों को खोने की हृदय विदारक पीड़ा को समझ सकता हूं। उन्होंने घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। जोधपुर भाजपा देहात उत्तर के महामंत्री जसवंत सिंह इंदा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पत्र सांग सिंह के घर भेजा है।
इस पत्र में पीएम मोदी लिखा है, ”एक अत्यंत दुखद हादसे में आपके परिवार के सदस्यों के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। इस कठिन घड़ी में मेरी संदेनाएं परिवार के साथ हैं। परिवार में एक साथ इतने लोगों को खोने की पीड़ा कितनी हृदय विदारक होगी, यह मैं समझ सकता हूं। इस अपूरणीय क्षति की व्यथा को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
आपने जिन परिजनों को इस त्रासदी में खोया है, उनसे जुड़ी स्मृतियां परिवार के साथ बनी रहेंगी। इस हादसे में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वह आपको इन कठिन परिस्थितियों का सामना करने का धैर्य व संबल प्रदान करें। ऊं शांति!”
अब 7 मरीज भर्ती
शेरगढ़ इलाके के भूंगरा गांव की गैस त्रासदी (Jodhpur gas tragedy) में झुलसे दूल्हे सुरेंद्र सिंह सहित सभी को आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। फिलहाल महात्मा गांधी हॉस्पिटल में 7 मरीज भर्ती हैं।
इस दुखांतिका में प्रधानमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को दो ₹2-2 लाख रुपए की भी आर्थिक सहायता दी गई है। 8 दिसंबर को हुई त्रासदी के बाद अब तक 35 मरीज दम तोड़ चुके हैं। वहीं 13 लोगों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुका है।
बारात निकलने से पहले फटा था सिलेंडर
बता दें कि जोधपुर जिले के शेरगढ़ अनुमंडल के भूंगरा गांव में 8 दिसंबर को एक शादी समारोह के दौरान रसोई गैस सिलेंडर फटने से विस्फोट हुआ था और घर में आग लग गई थी, फलस्वरूप 50 से ज्यादा लोग झुलस गए थे। झुलसे लोगों में दूल्हा सुरेंद्र सिंह और उसके माता-पिता समेत परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल थे। दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि 33 घायल एक के बाद एक इलाज के दौरान दम तोड़ते गए। कुल 35 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है।
भूंगरा त्रासदी पीड़ितों के लिए राज्य सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर कई विधायक, सांसद और अन्य नेताओं ने बीते रविवार को शहर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। राजस्थान के कई जिलों से हजारों लोग इस सर्वसमाज के धरने में शामिल होने पहुंचे थे।
इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतकों के आश्रितों को 20 लाख रुपए, घायलों को 5 लाख रुपए समेत मृतक के आश्रित सदस्य को संविदा पर नौकरी देने के निर्देश दिए।
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संभागीय आयुक्त के मुताबिक, मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपए, प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए, मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपए, 2 लाख रुपए गैस कंपनी की ओर से और 6 लाख रुपए गैस कंपनी के इंश्योरेंस से मृतकों के परिजनों को मिलेंगे।