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Pariksha Pe Charcha: पीएम मोदी छात्रों से बोले- रोबोट की तरह नहीं जीना, पढ़ाई के साथ रिलैक्स होने की भी जरूरत

Pariksha pe Charcha

Pariksha pe Charcha

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi)  बोर्ड परीक्षा 2025 से पहले देशभर के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम (Pariksha Pe Charcha) के माध्यम से संवाद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी कार्यक्रम के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बोर्ड परीक्षा से पहले होने वाले तनाव और डर को कम करने के लिए आठवीं बार परीक्षा पे चर्चा कर रहे हैं।

छात्रों के लिए भरपूर नींद जरूरी- पीएम मोदी (PM Modi)  

पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा में छात्रों को सेहत पर टिप्स देते हुए किसानों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि खाना किसानों की तरह खाना चाहिए। इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि किसान सुबह के वक्त पेटभर के खाना खाते हैं। पीएम ने छात्रों ने कहा कि नींद पूरी आती है या नहीं, इसका भी पोषण से लेना देना है। शरीर की फिटनेस के लिए नींद बहुत जरूरी है। आपको कितने घंटे सोना है, यह जरूरी है। इसके अलावा पीएम ने कहा कि आपमें से कितने लोग हैं जिन्होंने पेड़ के नीचे खड़े होकर गहरी सांस लेने का प्रयास किया है। जीवन में कोई भी प्रगति करनी है इसके लिए पोषण बेहद जरूरी है।

लिखने पर जोर दें

पीएम मोदी ने छात्रों को लिखने पर जोर देने के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए, चाहे उम्र को भी हो।

किताबी कीड़ा न बनें

पीएम मोदी ने छात्रों को कहा कि वो किताबी कीड़ा न बनें, लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे भी नहीं हटें। उन्होंने कहा कि इंसान को हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।

रोबोट की तरह नहीं जीना है

पीएम ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ रिलैक्स होने की भी जरूरत होती है। अपने माता-पिता को समझाएं कि रोबोट की तरह नहीं जीना है, हम इंसान हैं। बच्चों को किताबों में ही बंद कर देंगे कि वो विकास नहीं कर सकते। उन्हें खुला आसमान चाहिए होता है, अपनी पसंद की चीजें करनी चाहिए।

जिंदगी तबाह हो जाएगी

पीएम ने कहा कि हमारे समाज में दुर्भाग्य से ये घुस गया कि अगर हम स्कूल में इतने नंबर नहीं लाए, दसवीं-बारहवीं में इतने नंबर नहीं आए तो जिंदगी तबाह हो जाएगी। इसलिए पूरे घर में तनाव हो जाता है, ऐसे में आपको खुद को तैयार करना है।ऐसे में इस तनाव को मन में न लें और तय करें कि आपको आज कितना पढ़ना है। ये अगर आप कर लेते हैं, तो आप इस तनाव से खुद को निकाल सकते हैं।

परीक्षा के तनाव को कैसे दूर करें?

अच्छा स्कोर लाने की टेंशन होती है। इस पर पीएम मोदी ने बच्चों से ही इसका जवाब लिया। ये हमारे दिमाग में घुस गया है कि नंबर नहीं आए तो बर्बाद हो जाएंगे। ये पैरेंट्स को भी नहीं समझा सकते। लेकिन इसका जवाब खुद से निकालना होगा। जैसे क्रिकेटर स्टेडियम में बैठे लोगों के चिल्लाने और छक्के-चौके लगाने की डिमांड की परवाह किए बगैर अपने तरीके से क्रिकेट खेलता है उसी प्रकार आपको भी अपनी पढ़ाई करनी चाहिए। प्रेशर को न लेते हुए अपना ध्यान पढ़ाई में लगाना है।

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केरल की छात्रा ने हिंदी बोला तो पीएम मोदी अचंभित हो गए। फिर उन्होंने छात्रा से हिंदी में कविता सुनी।

इस बार ये मेहमान हुए शामिल

इस बार के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, विक्रांत मैसी, भूमि पेडनेकर, महिला बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम, सद्गुरु, पैरा एथलीट अवनी लेखरा, पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर, माइंड कोच सोनाली सभरवाल, वेंचर कैपिटलिस्ट रेवंत हिमात्सिंगका, एचटीसी इंडिया की सीईओ राधिका गुप्ता और टेक गुरु गौरव चौधरी शामिल हुए हैं। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2018 में की थी। इस साल परीक्षा पे चर्चा 8वीं बार आयोजित किया जा रहा है।

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