प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सशक्त राज्य और राष्ट्र निर्माण के लिए गांवों को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए आज कहा कि इस दिशा में मौजूदा सरकार ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं और यह बड़े अभियान का हिस्सा है।
श्री मोदी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति के स्वामित्व से संबंधित महत्वाकांक्षी ‘स्वामित्व योजना’ के तहत मध्यप्रदेश के लाभार्थियों को ई प्रापर्टी दस्तावेज सौंपने के कार्य की शुरूआत के अवसर पर यह बात कही। इस मौके पर एक लाख इकत्तर हजार हितग्राहियों को सिंगल क्लिक के जरिए दस्तावेज साैंपे गए। श्री मोदी दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हरदा जिले में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
श्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह अक्सर कहा जाता है कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। लेकिन आजादी के दशकों के बाद भी गांवों के सामर्थ्य को जकड़कर रखा गया। गांव वाले अपनी जमीन का उपयोग विकास के लिए नहीं कर पाते थे। विवाद और अवैध कब्जों के कारण वहां के निवासियों को मुसीबतें झेलना पड़ती थी। समय और पैसा बर्बाद होता था। महात्मा गांधी ने भी अपने समय में इस बात पर चिंता जाहिर की थी। इस स्थिति को बदलने की सबकी जिम्मेदारी होना चाहिए थी।
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श्री मोदी ने कहा कि लेकिन अब समय बदल रहा है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के जरिए गांवों में संपत्ति के वैध दस्तावेज मुहैया कराए जा रहे हैं। इससे लोगों को विवादों और कोर्ट कचहरी से मुक्ति मिलेगी और उन्हें अपनी संपत्ति का बेहतर उपयोग करने जैसे बैंक लोन और अन्य कार्यों में करने में मदद मिलेगी। श्री मोदी ने बताया कि इस तरह की योजना पर उन्होंने गुजरात में उस समय कार्य प्रारंभ किया था, जब वे वहां के मुख्यमंत्री थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत काल यानी आने वाले 25 वर्षों के दौरान देश के ग्रामीण इलाकों में ढांचागत सुविधाएं बनाने और विस्तारित करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। स्वामित्व योजना भी इसी का हिस्सा है। इस कार्य में ड्रोन समेत अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
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श्री मोदी ने गांवों की देश के विकास और सुरक्षा में महती भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि कोरोना संकटकाल के दौरान ग्रामीणों ने इस दिशा में सबसे बेहतर कार्य किया। उन्होंने जागरुकता का परिचय दिया और गांवों को कोरोना से बचाए रखा। इस तरह उन्होंने देश को बड़े संकट से बचा लिया और इसलिए वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं।
श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में यह प्रदेश ‘लैंड डिजिटलाइजेशन’ के मामले में देश में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। इस क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है। गांवों की जमीन को इस तरह कानूनी दस्तावेज देना आधुनिक तकनीक के जरिए विकास का नया मंत्र देने की तरह है।
श्री मोदी ने कहा कि गांवों में इन दिनों सर्वेक्षण के लिए जो ड्रोन उड़ रहे हैं, वे गांवों को नयी उड़ान देने वाले साबित होंगे। देश के 60 जिलों में ड्रोन के द्वारा यह कार्य पूरा हो गया है। पूरे गांवों में यह कार्य हो जाने पर विकास कार्य तेज हो सकेंगे और गांव तथा गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
श्री मोदी ने कहा कि गरीब को हर छोटे छोटे काम के लिए भी किसी तीसरे व्यक्ति (साहूकार) के सामने हाथ फैलाना पड़ता था। बढ़ता हुआ सूद उनके जीवन के लिए हमेशा संकट बना रहता था। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों को तीसरे व्यक्ति से बचाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। गरीबों की मदद के लिए सरकार है। वह गरीबों के खातों में विभिन्न योजनाओं के तहत सीधे धनराशि पहुंचा रही है। हम चाहते हैं कि गरीब को अपना हाथ नहीं फैलाना पड़े और न ही अपना सिर झुकाना पड़े। इसलिए 15 लाख करोड़ रुपए की धनराशि गरीबों के खातों में सीधे भेजी गयी है। गांवों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में माताओं और बहनों की भूमिका भी रही है। उन्हें भी जन धन खातों के माध्यम से बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा गया है। अब गरीबों को सरकार के पीछे चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं बल्कि सरकार उनके द्वार पर आ रही है।