दरभंगा। बिहार में बुधवार को जहां पहले चरण के लिए वोटिंग जारी है। तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरभंगा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार के काम गिनाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ एनडीए है, आत्मनिर्भर बिहार बनाने का संकल्प लेकर खड़ा है। दूसरी तरफ ये लोग हैं जो बिहार की विकास परियोजनाओं के पैसों पर नजरें गड़ाए हुए हैं। वोटिंग करते वक्त इनके ट्रैक रिकॉर्ड को जरूर याद रखिएगा। ये वह लोग हैं जिनके राज में बिहार में अपराध इतना फला-फूला कि लोगों का जीना मुहाल हो गया था। ये वो लोग हैं जो किसान कर्जमाफी का बात करके, कर्जमाफी के पैसे में भी घोटाला कर जाते हैं।
"A grand Ram Temple is being built in Ayodhya… those in politics who used to ask us a date (of temple construction) are now compelled to applaud… It is the identity of BJP and NDA, we do what we promise," says PM Modi #BiharElections pic.twitter.com/P6p1VmgIKS
— ANI (@ANI) October 28, 2020
इसके अलावा विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि पहले राम मंदिर की तारीख पूछने वाले अब मजबूरी में ताली बजा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले जो सरकार थी उसका मंत्र रहा है- पैसा हजम, परियोजना खत्म। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों ने ठान लिया है कि जंगलराज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने तय कर लिया है कि राज्य को लूटने वालों को फिर से हराएंगे।
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रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों की ट्रेनिंग समाज को बांटकर राज करने की हो, जिन लोगों की ट्रेनिंग कमीशनखोरी की हो, वह बिहार के हित में कभी सोच नहीं सकते। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं कि बिहार में जंगलराज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं कि बिहार को लूटने वालों को फिर हराएंगे। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं कि इस प्रतिभाशाली धरती के नौजवानों को धोखा देने वालों को फिर हराएंगे।
दरभंगा सहित मिथिलांचल के एक बड़े हिस्से में आप अगले चरण में मतदान करेंगे। राज्य के अन्य क्षेत्र के लोगों ने जो प्रण किया है, उसी प्रण का आपको भी ध्यान रखना है। ये प्रण बिहार के भविष्य के लिए, आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण के लिए बहुत जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी से लेकर जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने जो सपने देखे थे वह अब पूरे होते दिख रहे हैं। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है। बिहार के लोगों को विकास के ऐसे ही कामों की रफ्तार बढ़ाने के लिए मतदान करना है। बिहार के विकास के व्यापक रोडमैप का अगला चरण है, आत्मनिर्भर बिहार, आत्मनिर्भर मिथिलांचल। यहां मिथिला पेंटिंग, कृषि, डेयरी उद्योग, मछली उत्पादन और कारोबार से जुड़ी कई संभावना है।
पान-माछ-मखाना, इन सबमें आत्मनिर्भर भारत को ताकत देने की बहुत बड़ी संभावना इस क्षेत्र में है। समस्तीपुर तो एक प्रकार से देश में कृषि, पशुपालन और मत्यस्य पालन से जुड़ी रिसर्च का हब बन चुका है।
केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद कोसी महासेतु का काम कई गुना तेजी से हुआ। कुछ दिनों पहले ही मुझे कोसी महासेतु के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है। इससे 300 किलोमीटर की दूरी 20-22 किमी तक सिमट गई है। अब 8 घंटे की यात्रा सिर्फ आधे घंटे में ही पूरी होने लगी है।
पहले के समय जो लोग सरकार में थे उनका कमीशन शब्द से इतना प्रेम था कि कनेक्टिविटी पर कभी ध्यान ही नहीं दिया। गरीबों के लिए जो 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है, उसका लाभ भी इस क्षेत्र के युवाओं को मिलना तय है। इसके साथ ही सरकार ने हमारे दलित, पिछड़े, अति-पिछड़े भाई बहनों के लिए आरक्षण को जो अगले 10 साल तक के लिए बढ़ा दिया है, वो भी यहां के नौजवानों के लिए लाभकारी है।
आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प पर बढ़ेंगे आगे
दरभंगा में एयरपोर्ट की आधुनिक सुविधाएं मिलने से पूरे मिथिलांचल की कनेक्टिविटी और सशक्त होगी। रामायण सर्किट का अहम हिस्सा होने के कारण मिथिलांचल में पर्यटन, तीर्थाटन की संभावनाओं का विस्तार होगा।
दरभंगा में एम्स बनने से मिथिलांचल को बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी। दरभंगा एम्स के लिए 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा मंजूर किए गए हैं। एम्स बनने से यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं तो मिलेंगी ही, मेडिकल की पढ़ाई की सीटें भी बढ़ेंगी।
एनडीए का यही ट्रैक रिकॉर्ड आज बिहार के जन-जन को आश्वस्त करने वाला है। एनडीए और भाजपा ने विकास को जो रोडमैप अपने मैनिफेस्टो में खींचा है उस पर तेजी से अमल होगा ये तय है। आत्मनिर्भर बिहार का जो संकल्प लिया है उस पर हम और तेजी से आगे बढ़ेंगे।
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इस क्षेत्र में पानी से होने वाली बीमारियों की दिक्कत हमेशा रही है। इस दिक्कत का एक बड़ा इलाज है, हर घर पीने का शुद्ध पानी पहुंचे। बीते समय में पूरी ताकत से बिहार में ये काम किया गया है। कोरोना के इस संकट काल में हमने ये भी कहा था कि हर गरीब को मुफ्त अनाज देंगे। दुनिया को अचरज हो रहा है कि 130 करोड़ के देश को 8 महीने तक इस देश का कोई व्यक्ति भूखा न सोए इतनी बड़ी व्यवस्था कोरोना के संकटकाल में की गई।
हमने कहा था कि हर गरीब बहन-बेटी की रसोई में मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाएंगे। आज उज्जवला योजना ने बिहार की भी करीब 90 लाख महिलाओं को लकड़ी के धुएं से मुक्त किया है। हमने कहा था हर गरीब को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देंगे। आज बिहार के भी हर गरीब को ये सुविधा मिल रही है।