नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला रखी है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित भी किया। संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “आज का कार्यक्रम इस बात का उदाहरण है कि कोरोना के संकट काल में भी देश रुका नहीं, थमा नहीं है और थका भी नहीं है।” उन्होंने कहा, “इस बार पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत दोहरी चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है। नार्थ ईस्ट में फिर इस साल भारी बारिश से बहुत नुकसान हो रहा है। अनेक लोगों की मृत्यु हुई है, कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।”
पीएम मोदी ने कहा, “इस मुश्किल घड़ी में मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि पूरा देश आपके साथ खड़ा है। भारत सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी आवश्यक कार्य कर रही है।” उन्होंने कहा, “आज इंफाल सहित मणिपुर के लाखों लोगों के लिए और विशेषकर यहां की हमारी बहनों के लिए बहुत बड़ा दिन है। लगभग 3,000 करोड़ रुपए की लागत से पूरे होने वाले मणिपुर वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट से यहां के लोगों को पानी की दिक्कतें कम होनी वाली हैं।”
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प्रधानमंत्री ने कहा, “ये प्रोजेक्ट आज की ही नहीं बल्कि अगले 20-22 साल तक की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इस प्रोजेक्ट से लाखों लोगों को घर में पीने का साफ पानी तो उपलब्ध होगा ही, हज़ारों लोगों को रोज़गार भी मिलेगा।” उन्होंने कहा, “पिछले वर्ष जब देश में जल जीवन मिशन की शुरुआत हो रही थी, तब मैंने कहा था कि हमें पहले की सरकारों के मुकाबले कई गुना तेजी से काम करना है। जब 15 करोड़ से ज्यादा घरों में पाइप से पानी पहुंचाना हो, तो एक पल के लिए भी रुकने के बारे में सोचा नहीं जा सकता।”
पीएम ने कहा, “ईज ऑफ लिविंग, बेहतर जीवन की एक ज़रूरी शर्त है। पैसा कम-ज्यादा हो सकता है, लेकिन ईज ऑफ लिविंग पर सबका हक है, हर गरीब का हक है। इसलिए, बीते 6 वर्षों में भारत में ईज ऑफ लिविंग का भी एक बहुत बड़ा आंदोलन चल रहा है।” उन्होंने कहा, “भारत अपने नागरिकों को जीवन की हर जरूरी सुविधाएं देने का प्रयास कर रहा है। बीते 6 साल में हर स्तर पर, हर क्षेत्र में वो कदम उठाए गए हैं, जो गरीब को, सामान्य जन को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। आज मणिपुर सहित पूरा भारत खुले में शौच से मुक्त है।”
पीएम मोदी ने कहा, “आज गरीब से गरीब के किचन तक LPG गैस पहुंच चुकी है। हर गांव को अच्छी सड़क से जोड़ा जा रहा है। हर गरीब बेघर को रहने के लिए अच्छे घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हमारा ये नॉर्थ ईस्ट, एक प्रकार से पूर्वी एशिया के साथ हमारे प्राचीन सांस्कृतिक रिश्तों और भविष्य के ट्रेड, यात्रा और पर्यटन के रिश्तों का गेटवे है। इसीलिए, मणिपुर सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर निरंतर बल दिया जा रहा है।”
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उन्होंने कहा, “नॉर्थ ईस्ट में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता है। दिनों-दिन मेरा ये विश्वास इसलिए गहरा हो रहा है क्योंकि अब पूरे नॉर्थ ईस्ट में शांति की स्थापना हो रही है। जहां से पहले सिर्फ नेगेटिव खबरें आती थीं, वहां अब शांति, समृद्धि, प्रगति का मंत्र गूंज रहा है।” उन्होंने यह भी कहा, “आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत लोकल प्रोडक्ट्स में वैल्यू एडिशन और उसकी मार्केटिंग के लिए क्लस्टर्स विकसित किए जा रहे हैं। ऐसे में नॉर्थ ईस्ट के आर्गेनिक प्रोडक्ट्स को देश-विदेश के मार्केट तक पहुंचाने में हर मदद दी जाएगी।”