प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल की तरह इस बार भी बॉर्डर पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान के जैसलमेर बॉर्डर में पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी के साथ सीडीएस बिपिन रावत, आर्मी चीफ एमएम नरवणे, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और बीएसएफ के डीजी राकेश अस्थाना मौजूद हैं।
बता दें कि जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान की सीमा मिलती है। यहां बॉर्डर पर बीएसएफ की तैनाती है. सुप्रसिद्ध तनोट माता का मंदिर भी यहीं पर है। प्रधानमंत्री जैसलमेर के लोंगेवाला बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों के साथ दीपावली मना रहे हैं। लोंगेवाला मूल रूप से बीएसएफ का एक पोस्ट है।
PM Narendra Modi to celebrate #Diwali with soldiers at Longewala in Jaisalmer of Rajasthan. Chief of Defence Staff Bipin Rawat, Army Chief MM Narvane, BSF Director General Rakesh Asthana will accompany the Prime Minister.
(File pic) pic.twitter.com/JLF8wD06oE— ANI (@ANI) November 14, 2020
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बता दें कि लोंगेवाला का देश के सैन्य इतिहास में अहम स्थान है। ये वही स्थान है जहां 1971 में भारत पाकिस्तान के भीषण युद्ध हुआ था। इस युद्ध में भारत की सेना ने पाकिस्तानियों पर जो कहर बरपाया था, उसे पाकिस्तान आज भी नहीं भूल पाता है।
4 दिसंबर 1971 की इस लड़ाई को लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात 120 भारतीय सैनिकों ने 40-45 टैंकों के कब्जा करने आए 3000 पाकिस्तानी जवानों को जो शिकस्त दी थी वो इतिहास बन गया था।
लोंगेवाला चौकी पर कब्जा करने की नापाक कोशिश में पाकिस्तानियों को अपने 34 टैंक, पांच सौ वाहन और दो सौ जवानों से हाथ धोना पड़ा था, लेकिन ये चौकी अविजेय रही थी।
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This Diwali, let us also light a Diya as a #Salute2Soldiers who fearlessly protect our nation. Words can’t do justice to the sense of gratitude we have for our soldiers for their exemplary courage. We are also grateful to the families of those on the borders. pic.twitter.com/UAKqPLvKR8
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2020
नरेंद्र मोदी ने दीपावली के मौके पर देशवासियों से अपील की है कि वे एक दीया सीमा पर तैनात जवानों के नाम जलाएं. पीएम ने ट्वीट कर कहा, ‘इस दिवाली, आइए एक दीया सैल्यूट टू सोल्जर्स (सैनिकों को सलाम) के तौर पर भी जलाएं। सैनिकों के अद्भुत साहस को लेकर हमारे दिल में जो आभार है उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। हम सीमा पर तैनात जवानों के परिवारों के भी आभारी हैं।”