नई दिल्ली। देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार सतर्क हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और वैक्सीन की रणनीति को लेकर मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य प्रतिनिधियों संग डिजिटल माध्यम से बैठक की।
Interaction with Chief Ministers on COVID-19. https://t.co/lw3b6vQwRc
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2020
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बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन कब आएगी, इसका समय हम तय नहीं कर सकते। ये वैज्ञानिकों के हाथ में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग वैक्सीन पर राजनीति कर रहे हैं। किसी को राजनीति करने से नहीं रोका जा सकता है।
It is not certain whether there will be one, two or three doses of a vaccine. It is also not decided what will be the price of the vaccine. We still don't have answers to these questions: PM Modi during interaction with CM's on COVID19 situation https://t.co/nCCx2R1qzc
— ANI (@ANI) November 24, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से ठीक हुए लोगों की बेहतर स्थिति को देखकर कई लोग सोचते हैं कि वायरस कमजोर है। वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे। इससे बड़ी लापरवाही हो सकती है। टीके पर काम करने वाले अपना काम कर रहे हैं, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि यदि लोग सतर्क रहें तो वायरल के फैलने पर अंकुश लग सकता है। हमें 5 फीसदी के अंदर सकारात्मकता दर लाने के लिए कोशिश करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हम राज्य के स्केल पर चर्चा करने के बजाय लोकल लेवल पर ध्यान देना होगा। आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ानी होगी। घरों में क्वारंटाइन मरीजों की देखभाल बढ़ानी होगी। कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स को बेहतर बनाना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि मृत्यु दर को 1 पर्सेंट से भी नीचे लाएं। एक भी मौत हुई तो क्यों हुई? जागरूकता अभियानों में कोई कमी न आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जहां तक कोरोना से ठीक होने की बात आती है। सभी के संयुक्त प्रयासों के परिणामस्वरूप आज भारत अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया में और देश में वैक्सीन का काम आखिरी दौर में है। भारत सरकार हर डिवेलपमेंट पर नजर रखे हुए हैं। अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज लेनी होगी या दो, कीमत कितनी होगी? अभी बहुत से सवालों के जवाब नहीं हैं। हम भारतीय डिवलपर्स और मैन्युफैक्चरर्स के साथ संपर्क में हैं। ग्लोबल डिवलपर्स और इंटरनेशल कंपनीज के साथ जितना संपर्क बन सके इसको लेकर व्यवस्था बनी हुई है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शुरुआत से ही हमने एक एक देशवासी की जिंदगी बचाने पर जोर दिया है। कोरोना का टीकाकरण का अभियान लंबा चलना है। इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। वैक्सीन को लेकर भारत का अनुभव दूसरे देशों से ज्यादा है। भारत जो भी वैक्सीन नागरिकों को देगा वह वैज्ञानिकों के मुताबिक हर कसौटी पर उतरेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें कितने कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता है इसको लेकर राज्य सरकारों को तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। केंद्र सरकार ने राज्यों से अनुरोध किया था कि राज्य लेवल पर स्टीयरिंग कमेटी और टास्क फोर्स का गठन किया जाए।