नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Election) में वोटिंग से 12 घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने UP समेत 5 राज्यों में जीत का दावा किया है। पीएम ने बुधवार को न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत में कहा- मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा की लहर है। हम पांचों राज्यों में भारी बहुमत से जीतेंगे। हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी। जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है।
भारतीय जनता पार्टी हार-हार कर ही जीतने लगी है
PM मोदी ने भाजपा के पुराने दिनों को भी याद किया, जब पार्टी के पास जीत नसीब नहीं थी। पीएम ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी हार-हार कर ही जीतने लगी है। हमने बहुत पराजय देखे हैं, जमानत जब्त होती देखी हैं। एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की जमानत बच गई।
राहुल गांधी (Rahul Gabdhi) बात-बात पर संसद छोड़ देते हैं
नेहरू परिवार को लेकर दिए गए बयान को लेकर PM ने कहा कि मैने किसी के दादा जी, नाना जी, नानी जी के लिए कोई बयान नहीं दिए। मैने उस समय के PM के बयान का जिक्र किया था।
यूपी ने भरी हुंकार, एक बार फिर योगी सरकार : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो सुनता ही नहीं उसे मैं कैसे जवाब दूं, वो बात-बात पर संसद छोड़ देता है। वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन है। नकली समाजवादी का मतलब ‘परिवारवाद’ है।
परिवारवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन
प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली के दौरान उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को ‘झूठे समाजवादी’ बताए जाने के अपने बयान पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, एक परिवार के कई लोग जनता के बीच जाते हैं। पिता जी बेकार हो गए तो बेटा अध्यक्ष बने, बेटा बेकार हो जाए तो उसका बेटा आ जाए, भाई आ जाए।
आप बिहार देखिए, झारखंड देखिए, उत्तर प्रदेश देखिए, तमिलनाडु जाइए, सभी जगह परिवारों की पार्टियां हैं। एक परिवार के दो लोग सांसद बन जाएं तो वो परिवार की सत्ता नहीं हो जाएगी। परिवारवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। देश बचे या न बचे परिवार बचे तो कैसे चलेगा।
‘हिस्ट्रीशीटर को हिस्ट्री’ बनाने का चुनाव : पीएम मोदी
जब बेटा कैसा भी हो, लेकिन वही अध्यक्ष बनेगा तो ऐसे में असली राजनीतिक टेलेंट का क्या होगा। उत्तर प्रदेश की जनता पहले ही हर बार पार्टी बदलने वाली नीति को नकार चुकी है तो इस बार क्यों इस पर चलेगी।
कांग्रेस के कारण देश में भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार
देश की आज जो हालत है उसमें सबसे जिम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है। इस देश को जितने प्रधानमंत्री मिले उसमें अटल जी और मुझे छोड़कर सारे प्रधानमंत्री कांग्रेस स्कूल के ही थे। कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं। अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा।
भाजपा के अंदर परिवारवाद पर भी बोले
भाजपा के अंदर भी परिवारवादी नेता होने के आरोपों को लेकर पीएम ने कहा, एक परिवार से एक या दो लोगों के टिकट हासिल करने और जीतने तथा एक पार्टी में सभी अहम राजनीतिक पद एक ही परिवार के पास होने में फर्क होता है।
पीएम मोदी ने कहा, मान लीजिए कुछ युवा हैं, जिन्हें भाजपा में नहीं जाना है। ऐसे युवाओं के सामने एकमात्र चॉइस भाजपा ही है, क्योंकि वह परिवारवादी राजनीति के कारण कहीं और जा ही नहीं सकते। ऐसे युवा महसूस करते हैं कि वे कई बार यूज कर लिए जाते हैं और फिर उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता है। ऐसे में युवा राजनीतिक जीवन में आने में डर महसूस कर रहे हैं। भाजपा आगे बढ़ रही है और यह केवल इसी कारण है, क्योंकि इस पार्टी में सबकुछ लोकतांत्रिक तरीके से होता है।
देश में बढ़ते अलगाववाद के आरोपों पर
देश में बढ़ते अलगाववाद के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा, हमें क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को अहमियत देनी चाहिए। अलगाव भारत के नागरिकों का चरित्र नहीं है। सामाजिक न्याय के सिद्धांत मेंं बदलाव ठीक नहीं है। सर्वहित में विकास होना चाहिए। एक राज्य (बिना ममता बनर्जी का नाम लिए कहा) को छोड़कर सभी राज्य सहयोग कर रहे हैं। एक राज्य का साथ न चलना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम पिछड़े जिलों में युवा अधिकारियों को भेजते हैं।
भाजपा का मंत्र- सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास
भाजपा का मंत्र है, सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास। हम इसी भावना से काम करते हैं। हमें समाज के दबे-पिछड़े वर्ग की चिंता क्यों नहीं करना चाहिए। हम जनता के कल्याण पर फोकस करते हैं। यदि आप जनसंघ (भाजपा का पुराना नाम) के समय से ही हमारे आर्थिक सिद्धांत सुनें तो आपको हम लोगों में, उनकी क्षमताओं में और उन्हें मौका देने वाली सरकारी नीतियों में ही विश्वास करते दिखाई देंगे। हम ऐसी ही राजनीति करते हैं,, जिसमें लोगों को अधिकतम मौके हासिल हों। यह समाजवाद के कैसे खिलाफ है?
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भाजपा की इकोनॉमिक फिलॉसफी बताई
पीएम मोदी से भाजपा की इकोनॉमिक फिलॉसफी के बारे में पूछा गया। उनसे पूछा गया कि क्या गरीबों व अन्य पिछड़े वर्गों तक ज्यादा पहुंच बनाने के लिए पार्टी समाजवाद में तब्दील होगी? पीएम ने कहा, गरीबों की केयर करना, उन्हें टॉयलेट, खाना, मकान, साफ पेयजल और सड़कें उपलब्ध कराना सरकार का काम है। यदि गरीब बीमार है तो उसे इलाज देना सरकार की जिम्मेदारी है। गरीब किसान की फसल बाजार तक पहुंचे, ये सुनिश्चित करना सरकार का काम है। यदि कोई इसे समाजवाद कहता है तो यह मुझे मंजूर है।
UP में 45 पदाधिकारी एक ही परिवार से थे
पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, वह परिवार पर ही जोर देते हैं। किसी ने मुझे एक लेटर भेजा था, जिसमें बताया गया था कि एक समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के 45 पदाधिकारी एक ही परिवार के थे। किसी अन्य ने बताया कि इनमें से अधिकतर को 25 साल से भी कम उम्र में चुनाव लड़ने का मौका मिल गया। क्या यह परिवारवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरा नहीं है?
लोहिया, फर्नांडीस और नीतिश को बताया समाजवादी
प्रधानमंत्री ने समाजवादी नेताओं राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडीस का जिक्र किया और सवाल किया, क्या इन्होंने कभी अपने परिवार को बढ़ावा दिया? पीएम ने बिहार के मुख्यमंत्री और भाजपा के सहयोगी दल जेडीयू के अध्यक्ष नीतिश कुमार का जिक्र किया और कहा, वे भी एक समाजवादी नेता हैं। इनके परिवार कभी राजनीतिक मंचों पर नहीं देखे गए।
अखिलेश यादव पर किया तंज
UP के पॉलिटिक्स पर बोलते हुए PM ने कहा कि हमने पहले भी दो लड़कों (अखिलेश यादव और जयंत चौधरी) का खेल देखा है। वे इतने उदंड थे कि ‘गुजरात के गधे’ जैसे शब्दों का प्रयोग करते थे। UP ने उन्हें सबक सिखाया है। बाद में उनके साथ बुआ जी भी शामिल हुईं, फिर भी वे हार गए।
अखिलेश यादव के बयान यूपी में योजनाएं भाजपा की नहीं हैं, भाजपा अमलीजामा पहनाती है पर PM मोदी ने कहा कि देश में एक कल्चर चला है, राजनेता बोलते रहते हैं कि हम ये करेंगे, वो करेंगे। 50 साल बाद भी कोई अगर वो काम कर देगा तो कहेंगे कि हमने ये उस समय कहा था, ऐसे लोग बहुत मिल जाएंगे।
लखीमपुर खीरी मामले पर भी जवाब दिया
PM मोदी ने लखीमपुर खीरी मामले पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो कमेटी बनाना चाहती थी, राज्य सरकार ने सहमति दी। जिस जज के नेतृत्व में जांच चाहती थी सरकार ने सहमति दी। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है तभी सुप्रीम कोर्ट की इच्छा के अनुसार सारे निर्णय करती है।
राज्यों की बात नहीं सुनने के आरोप पर
केंद्र और राज्य यदि डबल इंजन की तरह मिलकर काम करें तो देश का कल्याण ही होता है। उन्होंने राहुल गांधी, ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी नेताओं की तरफ से राज्यों की बात नहीं सुनने का आरोप लगाए जाने के सवाल पर कहा, भारत की विविधता ही उसकी ताकत है। मैं खुद लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा हूं और राज्यों की अपेक्षाओं को जानता हूं। देश के विकास के लिए राज्यों की अपेक्षाओं को पूरा करना जरूरी है। इसी तरह राज्यों का सहयोग करना भी जरूरी है।
हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम
मैं विदेशी मेहमानों को दिल्ली से बाहर देश के विभिन्न हिस्सों में लेकर जाता हूं। मैं चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु ले गया, फ्रांस के राष्ट्रपति को उ.प्र. ले गया, जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गया। देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है। UN में मैं तमिल में बोलता हूं दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। मैं सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करता हूं। इसके बावजूद कुछ लोग इसे विरोध का हथियार बनाए हुए हैं।
आयुष्मान भारत पर केजरीवाल को घेरा
पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से लड़ाई में राज्यों को साथ मिलकर चलने की अपील की। उन्होंने आयुष्मान भारत का जिक्र करते हुए कहा, राज्य अपनी मनमानी करेंगे तो आम आदमी का ही नुकसान होगा। यदि यूपी का आदमी केरल जाएगा और वहां बीमार हो जाएगा तो आयुष्मान भारत से उसे वहां लाभ होगा।
लेकिन कुछ राज्य हैं, जो इसमें भी राजनीति कर रहे हैं और कहते हैं कि हम इस योजना से नहीं जुड़ेंगे। दिल्ली इसका उदाहरण है। अब दिल्ली का आदमी यदि किसी दूसरे राज्य में जाएगा और उसे कुछ हो जाए तो वहां उसका इलाज कैसे होगा? मोदी ने वन नेशन-वन राशन कार्ड का जिक्र किया और कहा कि पूरे देश में कहीं भी जाकर सबको एकसमान सुविधा मिले तो इसमें बुराई क्या है?
हमें जातिगत राजनीति से बाहर आने की जरूरत
देशभर में करीब 100 जिले पिछड़े हुए हैं। इन पर हमारा फोकस है। मैं इनके अधिकारियों से सीधे भी बात करता हूं। संघीय ढांचे में मैं हर जिले का विकास चाहता हूं। पिछड़े जिलों में गए युवा अधिकारियों ने बेहतरीन काम किया है। हमारे विकास के सिद्धांत को दूसरे देश अपना रहे हैं। सरकार को समाज के हर वर्ग की चिंता है। सबका विश्वास सबका विकास ही ही हमारा मंत्र है। हम इसी मंत्र के साथ चल रहे हैं। हमें जातिगत राजनीति से बाहर आने की जरूरत है। ऊंच-नीच, जाति भेद समाज के हर समुदाय में हैं। गुजरात में 70% मुस्लिम जातियां ओबीसी में हैं। देश के विकास के लिए जातिगत राजनीति छोड़कर एकता की जरूरत है। मीडिया के जरिए आज दुनिया में हमारी बात पहुंच रही है। दुनिया को भारत अपनी और आकर्षित कर रहा है। आज देश में सबसे ज्यादा FDI, FII हैं। भारत ने दुनिया के ज्यादातर देशों में दवाइयां भेजी हैं।