देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच बिगड़ते हालात की समीक्षा के लिए कल पीएम नरेंद्र मोदी कैबिनेट मीटिंग करेंगे। बैठक आज सुबह 11 बजे होगी। पीएम नरेंद्र मोदी बीते कुछ दिनों से लगातार हाई-लेवल मीटिंग कर कोरोना की स्थिति को संभालने के लिए फैसले कर रहे हैं। ऐसी ही एक बैठक में बुधवार को कई बड़े निर्णय लिए गए हैं।
बुधवार की बैठक में एक बड़ा फैसला ऑक्सीजन प्लांट को लेकर किया गया था। कोरोना की दूसरी लहर के बीच देश के कई राज्य बुरी तरह ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे हैं। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने कहा है कि वो 500 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाएगा। इसके लिए धन राशि पीएम केयर्स फंड से दी गई है।
कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन ने भी घटाए दाम, जानिए क्या है नए रेट
DRDO द्वारा LCA, तेजस में ऑन बोर्ड ऑक्सीजन जनरेशन के लिए विकसित की गई मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट (एमओपी) तकनीक अब कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन से जुड़े वर्तमान संकट से लड़ने में मदद करेगी।
ये ऑक्सीजन संयंत्र 1,000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) की क्षमता के लिए बनाया गया है। ये प्रणाली पांच एलपीएम की प्रवाह दर पर 190 रोगियों की जरूरत को पूरा कर सकती है और प्रति दिन 195 सिलेंडर चार्ज कर सकती है।
मैसर्स टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, बेंगलुरु और मैसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया गया है, दोनों देश के विभिन्न अस्पतालों में स्थापना के लिए 380 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे। सीएसआईआर से संबंधित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के साथ काम करने वाले उद्योग 500 एलपीएम क्षमता के 120 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे।
राहुल बजाज ने दिया चेयरमैन पद से इस्तीफा, नीरज बजाज संभालेंगे कंपनी की कमान
इसके अलावा सरकार ने पीएम केयर्स फंड से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की खरीद को मंजूरी दी है। पीएम ने साफ निर्देश दिए हैं कि खरीद प्रक्रिया जल्द पूरी कर सर्वाधिक प्रभावित राज्यों को ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स मुहैया कर जाएं।








