प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार आज अपने गृह राज्य गुजरात के कच्छ क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान विश्व के सबसे बड़े अल्ट्रा मेगा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क (नवीकरणीय ऊर्जा पार्क) का शिलान्यास करेंगे।
आधिकारिक सूचना के अनुसार प्रधानमंत्री समुद्र के खारे पानी को पीने तथा अन्य उपयोग योग्य बनाने वाले चार डिसेलिनेशन प्लांट तथा विश्व के सबसे बड़े अल्ट्रा मेगा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का कच्छ के धोरडो स्थित टेंट सिटी से दोपहर को शिलान्यास करेंगे।
Kutch has made a mark for its development trajectory, especially in sectors like agriculture. Tomorrow, 15th December, I will be in Kutch to lay the foundation stone for various development works that will benefit the region. https://t.co/ZfH6sO6RHi
— Narendra Modi (@narendramodi) December 14, 2020
प्रधानमंत्री भुज हवाई अड्डे से सीधे धोरडो पहुंचेंगे और समुद्र के खारे पानी को शुद्ध मीठे पानी में परिवर्तित करने वाले चार डिसेलिनेशन प्लांट का वर्चुअल तरीके से भूमिपूजन करेंगे। ये कच्छ के मांडवी के गुंदियाली के अलावा सौराष्ट्र के गांधीवी-द्वारका, घोघा-भावनगर और सूत्रापाडा-सोमनाथ में स्थापित होंगे।
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प्रधानमंत्री कच्छ की सरहद पर स्थित बड़े रण में सौर एवं पवन ऊर्जा के दुनिया के सबसे बड़े 30 हजार मेगावाट क्षमता का हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का वर्चुअल तरीके से भूमिपूजन भी करेंगे।
वे अमूल ब्राण्ड से जुड़ी कच्छ जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड यानी सरहद डेयरी की ओर से अंजार और भचाऊ के बीच 129 करोड़ रुपए की लागत से आकार लेने वाले दो लाख लीटर क्षमता वाले दूध के चिलिंग प्लांट का भूमिपूजन भी करेंगे। धोरडो में प्रधानमंत्री कच्छ के किसानों और कच्छ की सीमा खेती करने वाले पंजाबी किसानों से मुलाकात करेंगे और कच्छ के हस्तकला कारीगरों से भी मिलेंगे।
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब राज्य सरकार की ओर से 8.37 करोड़ रुपए की सहायता से कच्छ जिले में वर्ष 2013-14 में दो लाख लीटर की प्रोसेसिंग क्षमता का पहला डेयरी प्लांट स्थापित किया गया था। पहले इस प्लांट के कच्चे दूध को गांधीनगर स्थित अमूल डेयरी में भेजा जाता था और वहां से प्रोसेस के बाद उसे वापस कच्छ भेजा जाता था। अब, इस प्लांट के जरिए और दो लाख लीटर दूध तथा छाछ को प्रोसेस कर अमूल ब्रांड के तहत कच्छ में बेचा जाएगा।
प्रधानमंत्री कच्छ के वर्ष 2001 के विनाशकारी भूकंप प्रभावितों की स्मृति में भुज में तैयार हो रहे मेमोरियल पार्क की मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे और देर शाम वापस नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे।