लखनऊ। यूपी के दो युवा आईएएस (IAS) अधिकारी अपने काम से पूरे देश में छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) शुक्रवार को नई दिल्ली में सिविल सर्विस डे (Civil Services Day) पर लोक प्रशासन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के अन्य चुनिंदा आईएएस अधिकारियों के साथ रामपुर के डीएम रविंद्र कुमार मंदर (DM Ravindra Kumar Mander) और चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद (DM Abhishek Anand) को पीएम अवार्ड से सम्मानित करेंगे। यूपी लगातार इस सम्मान को हासिल करने वाला राज्य बना हुआ है।
वर्ष 2013 बैच के आईएएस अधिकारी रविंद्र मंदर (DM Ravindra Kumar Mander) मार्च, 2021 से रामपुर के जिलाधिकारी हैं। रविंद्र ने पीएम के सुपोषित भारत विजन से प्रेरणा लेकर जिले में नवाचार की पहल करते हुए संवर्धन-सुपोषित रामपुर नाम से अभियान चलाया। इसके अंतर्गत स्थानीय कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) के साथ समन्वय कर बच्चों व महिलाओं के लिए पौष्टिक तत्वों से युक्त आहार पोषण किट तैयार कराकर वितरण कराया गया। पिछले दो वर्ष में इस अभियान के तहत 5000 से अधिक बच्चों, खून की कमी वाली गर्भवती व धात्री महिलाओं और कुपोषित किशोरियों को सुपोषित किया गया। रविंद्र की इस पहल के इनोवेशन-डिस्ट्रिक्ट श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा। इस पहल से पोषण किट के जरिए जहां किसानों की आय में वृद्धि हुई, वहीं लोगों को कुपोषण के दंश से छुटकारा दिलाने में कामयाबी मिली।
रविंद्र (DM Ravindra Kumar Mander) की पहल
>> वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के मद्देनजर रामपुर में खुली प्रदेश की पहली मिलेट्स शॉप।
>> रामपुर कृषक उत्पादक संगठन को प्रोत्साहन। इस एफपीओ ने सोलर कोल्ड स्टोरेज, साइलो की स्थापना, कुपोषण दूर करने के लिए पोषण किट का निर्माण व वितरण किया।
>> मिशन मुस्कान के तहत चाइल्ड केयर एंड प्रोटेक्शन फंड स्थापित किया। इसमें स्वैच्छिक दान प्राप्त किया जाता है। इस पहल से अब तक 54 लाभार्थियों का इलाज, 857 का पोषण प्रबंधन और दिव्यांगता से ग्रस्त 47 बच्चों की सर्जरी कराई गई।
इसी तरह वर्ष 2014 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक आनंद प्रदेश के आठ सबसे पिछड़े जिलों (आकाक्षांत्मक) में शामिल चित्रकूट में जुलाई 2022 से कलेक्टर हैं। अभिषेक ने बालिकाओं, विशेष जरूरतों वाले बच्चों और स्कूली बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की योजना पर काम किया। विद्यालयों के भौतिक बुनियादी ढांचे में बदलाव किया गया। इसके लिए ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला खनिज निधि, नीति आयोग, सांसदों/विधायकों और सीएसआर से लगभग 86.70 करोड़ रुपये जुटाए गए।
इस राशि से 320 स्कूल बाउंड्री, 308 लड़कों के शौचालय, 340 लड़कियों के शौचालय, 165 किचन शेड, एक साथ कई प्वाइंट वाले 659 हैंडवाशिंग यूनिट, 690 परिसरों का विद्युतीकरण और 1500 से ज्यादा कक्षाओं के फर्श पर टाइल्स लगाए गए। इस पहल ने रूर्बन मिशन, नीति आयोग, सीएसआर और जिला खनिज निधि के माध्यम से 280 स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था कर दी गई है। विभिन्न फंडों के माध्यम से अगले छह माह में 550 और स्मार्ट क्लासरूम बनाने की तैयारी है। अभिषेक ”समग्र शिक्षा के माध्यम से एक समान और समावेशी कक्षा के वातावरण के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा” देने की श्रेणी में पुरस्कृत किए जाएंगे।
अभिषेक (DM Abhishek Anand) की पहल के परिणाम
>> नामांकित विद्यार्थियों की संख्या में लगभग 10% की वृद्धि हुई।
>> आउट ऑफ स्कूल 2,758 बच्चों की पहचान कर उन्हें औपचारिक शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।
>> सरकारी स्कूलों में विशेष आवश्यकता वाले 1704 बच्चे पंजीकृत।
>> स्मार्ट क्लासरूम वाले स्कूलों में उपस्थिति औसतन 70% से बढ़कर अब 90% से अधिक।
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>> विद्यार्थियों में वैज्ञानिक व सामाजिक अवधारणाओं की बेहतर समझ और पाठ्येतर गतिविधियों में भागीदारी बढ़ी।
>> सरकारी स्कूलों व वहां की सुविधाओं के प्रति बच्चों के माता-पिता, जनप्रतिनिधियों व जनता के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव।
>> उत्तर प्रदेश स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, 2022 जीतने वाले 9 में से 3 विद्यालय चित्रकूट के हैं।
>> जिले के 90% से अधिक स्कूल अब राज्य शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित भौतिक बुनियादी ढांचे के मापदंडों में संतृप्त हैं।