पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास का नया आयाम रचने को लगभग तैयार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यहां पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर निर्माणाधीन रेलवे उपरिगामी सेतु का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों में और तेजी लायें, ताकि 30 मार्च से 15 अप्रैल के बीच पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कराया जा सके।
श्री योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण से संपूर्ण राज्य के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेस वे के निर्माण से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण भी संभव हो सकेगा। श्री योगी ने सत्ता संभालने के बाद पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरु करवाया था। इस एक्सप्रेस वे की लम्बाई 340.824 किमी है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है।
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उन्होंने कहा कि इस परियोजना से लखनऊ , बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगे। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वांचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। यह एक्सप्रेस वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। इसी वर्ष उक्त एक्सप्रेस वे पर सभी किस्म के वाहनों को चलने की अनुमति मिलने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एक्सप्रेस वे को लेकर पूर्वांचल के नौ जिलों में रहने वाले लोगों में खासा उत्साह है। आने वाले दिनों में उक्त एक्सप्रेस वे के अलावा बीते साढ़े तीन वर्षों में बनी सड़कें उत्तर प्रदेश की जीवनरेखा होंगी। मार्च, 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने से पहले प्रदेश में केवल दो एक्सप्रेस वे ही मौजूद थे। अब इनकी संख्या में इजाफा होने को है।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में जुड़ने जा रहा है और यह एक्सप्रेस वे संपूर्ण पूर्वांचल क्षेत्र के विकास की रीढ़ साबित होगा। पूर्वाचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, गोरखपुर- आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरिडोर के साकार होते ही पूरे प्रदेश का परिदृश्य बदला नजर आएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पूर्वांचल के लिये मील का पत्थर साबित होगा।
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श्री योगी ने कहा कि परियोजना से अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन ईकाईयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक काॅरिडोर के रूप में सहायक होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना के लिये भी अवसर सुलभ होंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों, भण्डारण ग्रह, मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना के लिये एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण से परियोजना आच्छादित क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को बल मिलेगा एवं विकास से उपेक्षित प्रदेश के इन पूर्वी क्षेत्रों का सर्वांगीण एवं चहुंमुखी विकास संभव हो सकेगा।