आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना ड्राइवर के चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन का सफर 37 किलोमीटर का होगा। यह ट्रेन दिल्ली मेट्रो का हिस्सा होगी। ड्राइवरलेस ट्रेन पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी और मानवीय गलतियों की आशंकाओं को खत्म कर देगी।
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम-बॉटनिकल गार्डेन), पर चालकरहित ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर 2021 के मध्य में चालक रहित ट्रेन सेवा शुरू होने की उम्मीद है। मेजेंटा लाइन पर जनकपुरी-बॉटेनिकल गॉर्डन कॉरिडोर पर 37 किलोमीटर के दायरे में इस सेवा की शुरुआत के साथ दिल्ली-एनसीआर के यात्री अत्याधुनिक सेवाओं का अपनी सहूलियत के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे।
PM @narendramodi to inaugurate India’s first-ever driverless train operations on Delhi Metro’s Magenta Line on 28 December. https://t.co/bH5nbPOT92
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— PMO India (@PMOIndia) December 27, 2020
एनसीएमसी को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर पूरी तरह से संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही, देश के किसी भी हिस्से से जारी रूपे-डेबिट कार्ड रखने वाला कोई भी व्यक्ति इसका उपयोग कर मार्ग पर यात्रा कर सकेगा। पीएमओ ने कहा कि यह सुविधा 2022 तक दिल्ली मेट्रो के पूरे नेटवर्क पर उपलब्ध हो जाएगी।
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तकनीक की दिशा में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के इस कदम से डीएमआरसी का नाम दुनिया के अग्रणी मेट्रो सेवा में शामिल हो जाएगा। जून 202 तक पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर 57 किलोमीटर के दायरे में भी चालक रहित मेट्रो की शुरुआत की संभावना जताई है। अगले साल तक मेट्रो से यात्रा करने वाले लोगों को 94 किलोमीटर के दायरे में चालक रहित मेट्रो में सफर का मौका मिलेगा। यह पूरी दुनिया में ड्राइवरलेस मेट्रो नेटवर्क का करीब नौ फीसदी होगा। यह सेवा पूर्ण तौर पर स्वचालित होगी।
मेट्रो की सभी लाइनों पर 2022 तक यात्रियों को कॉमन मोबिलिटी कार्ड से सफर का मौका मिल सकेगा। डीएमआरसी की ओर से वर्तमान में 390 किलोमीटर के दायरे में 11 कॉरिडोर (नोएडा-ग्रेटर नोएडा) के 285 स्टेशनों के बीच यात्रियों को मेट्रो सुविधा मुहैया की जा रही है।