लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आज पहली बरसी है। इस मौके पर पटना में उनके परिवार द्वारा एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में देश के अलग-अलग दलों के विभिन्न राजनेताओं को आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी पटना में होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने पहली बरसी पर रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए एक पत्र लिखा है।
इस पत्र में उन्होंने रामविलास पासवान को देश का महान सपूत, बिहार का गौरव और सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज बताया है। पीएम ने लिखा है कि आज का दिन उनके लिए काफी भावुक है और इस दिन को वह न केवल अपने आत्मीय मित्र के रूप में याद कर रहे हैं बल्कि भारतीय राजनीति में उनके जाने से जो शून्य उत्पन्न हुआ है उसे भी अनुभव कर रहे हैं। रामविलास पासवान के साथ अपने लंबे राजनीतिक जीवन को भी पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चिट्ठी में याद करते हुए शामिल किया है। साथ ही एनडीए सरकार के 6 वर्षों के कार्यकाल के दौरान भी रामविलास पासवान द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया है।
पिता जी के बरखी के दिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का संदेश प्राप्त हुआ है। सर आपने पिता जी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरो कर उनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों का सम्मान किया है व उनके प्रति अपने स्नेह को प्रदर्शित किया है। pic.twitter.com/0SCeD6P1m4
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 12, 2021
पीएम नरेंद्र मोदी जी इस चिट्ठी को चिराग पासवान ने ट्वीट किया है, साथ ही इस पत्र को लेकर वह काफी भावुक भी हो गए हैं। उन्होंने पीएम की स्थिति को ट्वीट करते हुए लिखा है कि पिताजी की बरसी के दिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी का संदेश प्राप्त हुआ है।
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चिराग ने लिखा है कि पीएम ने पिताजी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरोकर और समाज के लिए किए गए कार्यों को लेकर सम्मान दिया है और उनके प्रति अपना स्नेह प्रदर्शित किया है। चिराग ने इस चिट्ठी को अपने और अपने परिवार के लिए दुख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करने वाला बताया है।