केवडिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे दिन सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि देश की सैकड़ों रियासतों को, राजे-रजवाड़ों को एक करके, देश की विविधता को आज़ाद भारत की शक्ति बनाकर सरदार पटेल ने हिंदुस्तान को वर्तमान स्वरूप दिया।
सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये ‘आरंभ’ सिर्फ आरंभ नहीं है, एक प्रतीक भी है और एक नई परंपरा भी। ऐसे ही सरकार ने कुछ दिन पहले एक और अभियान शुरू किया है- मिशन कर्मयोगी। मिशन कर्मयोगी, कपैसिटी बिल्डिंग की दिशा में अपनी तरह का एक नया प्रयोग है।
आतंकवाद और हिंसा से कभी किसी का कल्याण नहीं हो सकता : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार शीर्ष से नहीं चलती है। नीतियां जिस जनता के लिए हैं, उनका समावेश बहुत जरूरी है। जनता केवल सरकार की नीतियों की, प्रोग्राम्स की रीसिवर नहीं है, जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है। इसलिए हमें सरकार से शासन की तरफ बढ़ने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा भी यही आग्रह है कि सिविल सर्वेंट जो भी निर्णय ले, वो राष्ट्रीय संदर्भ में हों, देश की एकता अखंडता को मजबूत करने वाले हों। आपका क्षेत्र भले ही छोटा हो, आप जिस विभाग को संभाले उसका दायरा भले ही कम हो, लेकिन फैसलों में हमेशा लोगों का हित होना चाहिए, एक राष्ट्रीय संदर्भ में होना चाहिए।
सिविल सर्वेंट का सर्वोच्च कर्तव्य देश के नागरिकों की सेवा करना है: पीएम मोदी
भगवान श्रीराम के आदर्श, उनके संस्कार अगर आज भारत के कोने-कोने में हमें एक दूसरे से जोड़ रहे हैं, तो इसका बहुत बड़ा श्रेय महर्षि वाल्मिकी जी को ही जाता है। राष्ट्र और मातृभूमि को सबसे बढ़कर मानने का महर्षि वाल्मीकि का जो मंत्र था, वही आज राष्ट्र प्रथम का मजबूत आधार है। भारत के लिए इस अद्भुद भावना को आज हम यहां मां नर्मदा के किनारे सरदार साहब की भव्य प्रतिमा की छांव में और करीब से महसूस कर सकते हैं। भारत की यही ताकत हमें हर आपदा से, हर विपत्ति से लड़ना सिखाती है और जीतना भी सिखाती है।