नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) के प्रोबेशनर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की है। ये सारे ट्रेनी सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में में जमा हुए थे। इस मौके पर पीएम ने आतंकवाद पर खुल कर बातें की। कार्यक्रम में मौजूद युवा ऑफिसर ने प्रधानमंत्री से अपने-अपने अनुभव शेयर किए हैं। इसी दौरान उन्होंने बिहारी की एक ट्रेनी आईपीएस ऑफिसर तनुश्री को टेक्सटाइल और टेरर के बीच बड़े ही अनोखे अंदाज में फर्क को समझाया।
Interaction with young police officers. https://t.co/J5eX6RI4qx
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2020
पीएम ने टेरर और टेक्सटाइल का फर्क समझाया
कार्यक्रम में पीएम से बातचीत करते हुए सबसे पहले तनुश्री ने बताया कि कैसे आतंकवाद के खिलाफ उनकी टीम ने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन चलाया है। इसके बाद जब पीएम ने पूछा कि उन्होंने अपनी पढ़ाई कहां से की है? तो तनुश्री ने बताया कि NIFT गांधी नगर की पास आउट हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘आप भी गुजरात में जाकर के आई हैं। फिर उन्होंने पूछा कि ‘टेक्सटाइल और टेरर… कैसे गुजारा करोगी?’ इस पर तनुश्री ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छी ट्रेनिंग मिली है। इसके बाद पीएम मोदी ने ने कहा कि देखिए टेक्सटाइल में धागे जोड़ने होते हैं और टेरर में धागे खोलने होते हैं। तो अलग-अलग पहलू के काम करने पड़ेंगे आपको।
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इस मौके पर जम्मू-कश्मीर में युवकों को शुरुआत से ही आतंकवाद की राह पर जाने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिला पुलिस अधिकारियों से वहां की महिलाओं की मदद लेने की अपील की है। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में परिवीक्षाधीन आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मोदी ने ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान देश में पुलिस का ‘मानवीय’ पक्ष सामने आया है।
वे ‘प्यारे ’ लोग हैं
एक महिला परीवीक्षाधीन अधिकारी के सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने केन्द्र शासित प्रदेश के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ‘प्यारे ’ लोग हैं। उन्होंने कहा कि मैं इन लोगों के साथ बहुत जुड़ा हुआ हूं। वे आपके साथ बेहद प्यार से पेश आते हैं। हमें गलत राह पर जाने वालों को रोकना होगा। महिलाएं ऐसा कर सकती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि (जम्मू-कश्मीर में) हमारी माएं ऐसा कर सकती हैं। अगर हम शुरू में ही ऐसा करें तो बहुत अच्छा होगा।