कोविड-19 के बिगड़ते हालात को लेकर इस वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक अहम समीक्षा बैठक कर रहे हैं। कोविड-19 से निपटने के लिए देश में मौजूद मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब देश के कई हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। रविवार को एक दिन में सर्वाधिक 3,92,488 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 1,95,57,457 हो गए जबकि पिछले 24 घंटों में 3,689 लोगों की मौत हो गई।
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बता दें कि देश में कोराना की दूसरी लहर के मद्देनजर प्रधानमंत्री लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों, अधिकारियों, ऑक्सीजन निर्माताओं सहित अन्य हितधारकों के साथ बैठकें की हैं। पिछले दिनों सेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात में उन्हें सशस्त्र बलों द्वारा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में उठाए गए कदमों से अवगत कराया।
इस बीच खबर है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्यों ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाए जाने की अपील की है। कोविड-19 टास्क फोर्स के मुताबिक कोरोना तेजी से अपना रूप बदल रहा है, जिसके कारण कोरोना पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। टास्क फोर्स ने जोर देते हुए कहा है कि अगर इसी तरह कोरोना के मामले बढ़ते रहे तो देश का स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह से टूट जाएगा।
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कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़ों में हर दिन इजाफा हो रहा है। पिछले एक हफ्ते की बात करें तो 25 अप्रैल को 2767 लोगों की मौत हुई थी. 26 अप्रैल को 2812, 27 अप्रैल को 2771, 28 अप्रैल को 3293, 29 अप्रैल को 3645, 30 अप्रैल को 3498 मरीजों ने कोरोना से दम तोड़ दिया था। शुक्रवार की बात करें तो देश में कोरोना से 3523 मरीजों की मौत हुई थी।