नई दिल्ली। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस को चालू वित्त वर्ष में 13,000 करोड़ रुपये के कर्ज वितरण की उम्मीद है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीरज व्यास ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर में त्योहारी सीजन के दौरान ऋण की मांग बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन संबंधी अंकुशों में ढील के बाद बहुमंजिला आवासीय परियोजना खंड से मांग बढ़ रही है।
व्यास ने कहा कि एक खास वर्ग (मध्यमवर्ग) से आवास मांग बढ़ रही है। बाजार में इसे पुनरोद्धार का संकेत कहा जा रहा है। हम उम्मीद कर रहे थे कि सितंबर में 500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण पर पहुंच पाएंगे, लेकिन हमने इसे पहले ही पार कर लिया है। पंजाब नेशनल बैंक प्रवर्तित पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 674 करोड़ रुपये का खुदरा और 20 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट ऋण दिया है।
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इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 7,634 करोड़ रुपये रहा था। व्यास ने कहा कि कंपनी को अक्टूबर से हर महीने 1,200 से 1,500 करोड़ रुपये के ऋण वितरण की उम्मीद है। जनवरी से इसे बढ़ाकर हर महीने 2,000 करोड़ रुपये किया जाएगा। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि अक्तूबर-नवंबर में त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद हम हर महीने करीब 1,200 से 1,500 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करेंगे। जनवरी से हमारा हर महीने 2,000 करोड़ रुपये के ऋण वितरण का लक्ष्य है। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने 2019-20 में 18,626 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया था। यह 2018-19 की तुलना में 48 प्रतिशत कम है। आगे चलकर व्यास को बहुमंजिला आवासीय परियोजनाओं में मकान खरीदने वाले लोगों से ऊंची मांग की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ग में संपत्ति का मूल्य 75 से 90 लाख रुपये के बीच होता है। इसमें ऋण की जरूरत 50 से 75 लाख रहती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद इस क्षेत्र की स्थिति अच्छी नजर आ रही है। क्योंकि लोगों को अब लगता है कि उन्हें अपने रहने के लिए बड़ा घर चाहिए। इसके अलावा बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय (एनआरआई) भी स्वदेश लौट आए हैं। हमें एनआरआई से काफी पूछताछ मिल रही है।