विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले विधायक राकेश प्रताप सिंह का शुक्रवार को तीसरे दिन आमरण अनशन जारी रहा।
राकेश प्रताप सिंह अपने क्षेत्र की दो जर्जर सड़कों के पुनर्निर्माण न होने से नाराज हैं। शुक्रवार देर रात लखनऊ पुलिस ने विधायक को आमरण अनशन से उठाकर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक डाक्टरों की टीम विधायक का स्वास्थ्य चेकअप करने आई थी। चिकित्सकों की सलाह पर विधायक को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले धरने पर बैठे विधायक ने कहा कि भाजपा के 150 विधायक सरकार से नाराज हैं और समाजवादी पार्टी से जुड़ना चाह रहे हैं।
गौरतलब है कि सपा विधायक जीपीओ पर धरना दे रहे हैं। विधायक ने रविवार को विधानसभा अध्यक्ष को त्याग पत्र सौंपा था।
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राकेश प्रताप अमेठी के गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। विधायक ने दो अक्टूबर को प्रशासन को ज्ञापन देकर 31 अक्टूबर तक दोनों सड़कों के निर्माण शुरू कराने का अल्टीमेटम दिया था।
उन्होंने कहा था कि कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे। विधायक का कहना है कि वह सरकार की कार्यशैली के खिलाफ धरना दे रहे हैं। उनकी लड़ाई जारी रहेगी।