बुलन्दशहर। उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर पुलिस ने सिटी क्षेत्र में पहचान छिपा कर निजी क्लीनिक चला रहे एक बांग्लादेशी घुसपैठिये को गिरफ्तार (Arrested) किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने गुरुवार को बताया कि इदरीस 1990 में अवैध घुसपैठ कर कोलकाता में रहने लगा था बाद में वह कुछ समय सहारनपुर जिले में भी रहा मगर पिछले 28 साल से वह पहचान छुपाकर बुलंदशहर में रह रहा था। इस दौरान 1995 में उसने बुलंदशहर की एक महिला से निकाह कर लिया तथा फिजियोथेरेपी का काम सीख कर धमैड़ा अड्डा पर फीजियोथेरेपी की क्लीनिक खोलकर मरीज का उपचार करने लगा।
एसएसपी ने बताया कि इदरीश ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए वोटर आईडी कार्ड बनवाया फिर आधार कार्ड और पैन कार्ड प्राप्त कर बुलंदशहर में मकान का बैनामा व अन्य संपत्ति भी अर्जित कर ली है तथा शासकीय योजनाओं का लाभ भी ले रहा था।
श्री कुमार ने बताया कि इदरीश ने उमराह करने के लिए जब पासपोर्ट बनवाने को आवेदन किया तब बुलंदशहर पुलिस और एलआईयू ने पड़ताल की जांच में इदरीश के बांग्लादेशी नागरिक होने की जानकारी मिली। बरामद सभी दस्तावेजों को गहनता से पड़ताल कराकर उनको निरस्त कराया जाएगा। इदरीश के खिलाफ पूर्व में हुई विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है।
उन्होने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक के पांच बच्चे है, उसका पुत्र अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अरबी से पीएचडी कर रहा है, छोटा बेटा दिल्ली में अध्ययनरत है, बाकी बच्चे भी अलग अलग शहरों में पढ़ रहे है। बांग्लादेशी इदरीश के कब्जे से सात बैंक पासबुक भी बरामद हुई है, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय बैंको में खाते भी खुलवा लिए, पुलिस अब बांग्लादेशी इदरीश के बैंक खातों को भी खंगालने में जुटी है, खातों में हुई फंडिंग की हुई बारीकी से पड़ताल की जाएगी।