बिना प्रपत्र के कानपुर से गुटखा लादकर शहर आए दो लोडर गुटका कोतवाली पुलिस ने पकड़ा है। मामले की जांच वाणिज्य विभाग द्वारा की जा रही है। जांच में प्रथम दृष्टया अभिलेख अधूरे होना पाया गया है। पकड़े गए गुटखों की कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई गई है।
आपदा जैसी महामारी में भी लोग कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे हैं। ढाई रुपये में बिकने वाला एक गुटखा पांच रुपये में बेचा जा रहा है। विरोध करने पर जवाब होता है कि साहब वह खुद महंगा ला रहे हैं। गुटखा व सिगरेट की कीमतों में उछाल कोई कंपनी ने नहीं बढ़ाई है। बल्कि इसका भाव स्थानीय जमाखोरों ने कर भाव दो गुने कर दिए हैं।
सोशल मीडिया व अन्य संसाधनों में इस प्रकार की खबरें आने से पुलिस और वाणिज्य विभाग सक्रिय हो गया है। बुधवार को पुलिस यह सफलता हाथ लग गई। कोतवाल मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे कचहरी तिराहे के पास चेकिंग की जा रही थी।
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तभी रानी लक्ष्मीबाई तिराहे की तरफ से दो लोडर जिसके ऊपर तिरपाल बंधे थे। आते दिखाई दिए। चेक करने पर चालकों ने बताया कि इसमें पान मसाला लदा है। इस संबंध सेल्स टैक्स से संबंधित सचल दल टीम को बुलाकर जांच कराई गई। जिसमें जांच में अनियमितता पाई गईं हैं। चालकों ने बताया माल कानपुर से हमीरपुर के कालपी चौराहा लक्ष्मीनारायन गुप्ता के यहां ले जा रहे थे।
अनियमितता पाए जाने पर सेल्स टैक्स विभाग द्वारा आवश्यक विधिक कार्रवाई करते हुए मौके पर दोनों लोडरों को पुलिस टीम के साथ लाकर थाने पर दाखिल किया गया और माल को सीज कर दिया है। कोतवाल ने बताया कि प्रपत्र सही नहीं पाए गए हैं। सेल्स टैक्स विभाग द्वारा जांच की जा रही है। इसके बाद संबंधित पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।