उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस चौकी इंचार्ज प्रभारी की नापाक हरकत से कठघरे में खड़े महकमे ने दिव्यांग महिला की लापता पुत्री को आखिरकार ढूढ़ निकाला और इस सिलसिले में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, दिव्यांग महिला की लापता बेटी को तलाश करने के एवज में सनिगवां चौकी इंचार्ज ने घूस की मांग की थी जिससे दूसरों को न्याय दिलाने वाली खाकी ही सवालों के कठघरे में खड़ी हो गयी थी। मामला डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह के संज्ञान पर आने पर पुलिस एक्शन मोड में आ गई और लापता युवती को सकुशल बरामद कर लिया गया। युवती को भगाकर ले जाने में एक युवक को भी पकड़ा गया,जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चकेरी थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
क्षेत्राधिकारी कलक्टरगंज गीतांजलि ने बुधवार को बताया कि चकेरी इलाके में दिव्यांग महिला की पुत्री बीतें दिनों लापता हो गई थी।इस मामले में पुलिस की चार टीमों को तलाश में लगाया गया था।आज दिव्यांग महिला की पुत्री को सकुशल बरामद करने के साथ ही एक युवक को भी पकड़ा गया है। आरोपित युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए कठोर कार्रवाई की जा रही है।
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गौरतलब है कि, कानपुर जनपद में चकेरी थाना क्षेत्र की सनिगवां चौकी इलाके में रहने वाली दिव्यांग महिला भीख मांगकर गुजर बसर करती है। उसकी बेटी को एक माह पूर्व लापता हो गई थी। बेटी की तलाश के लिए दिव्यांग महिला ने सनिगवां चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह से गुहार लगाई। चौकी इंचार्ज द्वारा दिव्यांग महिला से लापता बेटी की तलाश के लिए गाड़ी में डीजल डलवाने के लिए 15 हजार रुपये की घूस ले ली गई। यह मामला सोमवार को डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह के सामने पहुंचा जिस पर उन्होंने कड़ा संज्ञान लेते हुए चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया और खाकी पर उठ रहे सवालों को देखते हुए कई पुलिस की टीमें युवती की तलाश में लगाई थी। आज युवती को बरामद कर दिव्यांग महिला के सुपुर्द कर दिया गया