लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर पुलिस पर विकास दूबे के परिजनों को परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इन लोगों को फर्जी मुकदमे के आधार पर फंसाया जा रहा है।
साथ ही इन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुकदमे की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मामले में किसी निर्दोष को नहीं फंसाया जाएगा, लेकिन दोषी किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे।
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बता दें कि बिकरू कांड पर बीजेपी नेता ने ही पुलिस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस संबंध में सीएम योगी को पत्र लिखकर बिकरू मामले के अपराधी विकास दुबे के परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
एमएलसी द्विवेदी ने सीएम योगी से मुलाकात करके विकास दुबे के भाई दीपक और उसके भाई की पत्नी अंजली दुबे को फर्जी मुकदमे में फंसाने की बात कही है। बीजेपी एमएलसी ने दोनों पर लगे मुकदमे को खत्म कराने की सिफारिश की है। इस पर योगी सीएम योगी ने आश्वाशन दिया कि कोई भी निर्दोष गलत नहीं फसाया जाएगा।
द्विवेदी ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह मुठभेड़ में मारे गये विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे और उनकी पत्नी अंजलि को परेशान कर रही है। लखनऊ के कृष्णानगर के निवासी दीपप्रकाश का बिकरू कांड से कोई संबंध नहीं है। इसके बावजूद उन पर झूठे मुकदमे लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। श्री द्विवेदी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह दुबे दंपत्ति पर लगे झूठे मुकदमो की उच्चस्तरीय जांच करा कर इसका निस्तारण सुनिश्चित करें।
गौरतलब है कि पिछले साल दो जुलाई को कानपुर में चौबेपुर के बिकरू गांव में दुर्दांत माफिया विकास दुबे ने एक क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। बाद में पुलिस ने विकास दुबे समेत छह आरोपियों को अलग अलग मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। इस मामले में 37 से अधिक आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। बता दें कि ब्राह्मण उत्पीड़न को लेकर आवाज उठाने को लेकर पहले भी चर्चा में भाजपा एमएलसी रहे हैं। वह अखिल भारतीय ब्राह्मणोत्थान महासभा से राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।