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दंगाईयों से निपटने के लिए राजधानी समेत ग्रामीण इलाकों में पुलिस ने की मॉकड्रिल

Police have mockdrill

Police have mockdrill

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पीएफआई के कमाण्डर और उसके साथी की गिर तारी के बाद राजधानी पुलिस चौकन्नी हो गई है। जहां एक तरफ विधान सभा समेत तमाम सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है।

वहीं दूसरी तरफ शनिवार को राजधानी और उससे जुड़े ग्रामीण इलाकों में पुलिस की मुस्तैदी आंकने के लिए पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को कई इलाकों में दंगाईयों से निपटने के लिए मॉकड्रिल की है। पुलिस अधिकारियों ने मॉकड्रिल के दौरान खामियों को दूर करने के लिए पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहीं मॉकड्रिल में क्वीक रिस्पांस करने वाले पुलिस कर्मियों की सराहना भी की।

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एडीसीपी पश्चिम राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देशन पर मॉकड्रिल आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि डीसीपी वेस्ट देवेश पाण्डेय और उनके नेतृत्व में मेफेयर तिराहे पर मॉकड्रिल आयोजित की गई थी। उधर एसीपी चौक आईपीसिंह के नेतृत्व में चौक इलाके में मॉकड्रिल की गई थी। अचानक पुराने लखनऊ में भारी मात्रा में पुलिस बल देखकर स्थानीय लोग और दुकानदार हैरत में पड़ गए।

पुलिस की कार्रवाई देख लोग किसी अनहोनी की आशंका लगाने लगे थे, लेकिन कुछ देर बाद मॉकड्रिल होने की सूचना पर लोगों ने राहत की सांस ली। मॉकड्रिल के दौरान पुलिस अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों की क्वीक रिस्पांस को आंका था। इस दौरान कुछ खांमिया भी मिली। जिसे अधिकारियों ने मातहतों को समझाकर दूर की। उधर पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सेंट्रल जोन में भी मॉकड्रिल का आयोजन किया गया है। डीसीपी (सेंट्रल) सोमेन बर्मा व एडीसीपी (सेंट्रल) चिरंजीव नाथ सिन्हा के नेतृव में  परिवर्तन चौक पर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था। एसीपी (कृष्णानगर) स्वतंत्र सिंह,एसीपी (सेंट्रल)राघवेंद्र कुमार मिश्रा के साथ इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला ने हजरतगंज अंतर्गत पुलिस बल ने किया मॉक ड्रिल।

पुलिस कमिश्नर पहुंचे निरिक्षण करने

गोमतीनगर विस्तार इलाके में ज्वाइंट कमिशनर कानून व्यवस्था नवीन अरोरा की मौजदगी में एलआईयू,डॉग स्क्वायड, बम निरोधी दस्ता, फायर, दंगा नियंत्रण दस्ता, क्षेत्रीय पुलिस और मेडिकल टीम की मौजदगी में मॉकड्रिल की गई। यहां मॉकड्रिल का निरीक्षण करने स्वयं पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर पहुंचे थे। जेसीपी नवीन अरोरा ने पुलिसकर्मियों को वास्तविक दंगे जैसे प्रारूप में पुलिस कर्मियों को तैयार करवाया था। मॉकड्रिल के दौरान पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस के गोले और रबर की बुलेट का इस्तेमाल भी किया था। इस मौके पर डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन, एडीसीपी कासिम आब्दी पूर्वी ज़ोन के सभी एसीपी सहित कई थानों के प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल और पीएसी के साथ रहे मौजूद था।

समर्थकों को बुलाकर दंगा भड़काने का किया गया सीन क्रिएट

उधर मोहनलालगंज कस्बे के गोसाईगंज तिराहे पर डीसीपी रवि कुमार की देखरेख में पुलिसकर्मियों ने दंगा नियंत्रण का मॉकड्रिल किया गया। पुलिसकर्मी व पीएसी को दो गुटों में बांटा गया। तहसील में रजिस्ट्री के दौरान दो समुदायों के बीच हुये विवाद के बाद दोनों समुदाय द्वारा अपने-अपने समर्थकों को बुलाकर दंगा भड़कने का सीन क्रीयेट किया गया। जिसके बाद सड़क पर अचानक दगांईयों के आने पर एक गुट दंगा करने वाले और दूसरी तरफ पुलिसकर्मी थे। नारेबाजी के साथ आंदोलन कर रहे दंगाइयों आक्रोशित होकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।

मोहनलालगंज इंस्पेक्टर दीनानाथ मिश्रा ने वायरलेस सेट पर दंगा होने की बात कहते हुये अन्य थानो से सहायता मांगी जिसके बाद गोसाईगंज, नगराम, सुशान्त गोल्फ सिटी के प्रभारी निरीक्षक पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दंगाइयों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने पुलिसकर्मियों को दौड़ा दिया।

दमकलकर्मियों ने पानी डाला इसके बाद भी वे नहीं हटे। पुलिस ने अधिकारियों की अनुमति से लाठीचार्ज किया। जिसके बाद वो तितर बितर हुये, इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हुये उन्हे स्ट्रेचर में लिटाकर ए बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। जिसके बाद दंगाईयों को गिर तार कर स्थित को नियंत्रण किया जाता है।

वही बाहर से आये अन्य दंगाई कस्बे में प्रवेश कर माहौल ना खराब कर सके इसके लिये कस्बे के बाहर अलग अलग पुलिस टीमो को मुस्तैद कर नाकेबंदी की जाती है। पूर्वा यास के दौरान डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि जब कहीं भी दंगा हो जाए तो सबसे पहले दंगाइयों से बातचीत की जाए।

जब न मानें तो आंसू गैस के गोले दागे जाए। फिर भी न मानें तो लाठीचार्ज किया जाए। इसके बावजूद भी जब हालात काबू में न आए ओर आप के जान माल पर पर आ जाये तो अपने बचाव के लिये फायरिग करे। लेकिन ये ध्यान रहे फायरिगं से किसी की जान न जा सके। मार्कड्रिल के दौरान एडीसीपी पुर्णेन्दु सिहं, मोहनलालगंज एसीपी दिलीप कुमार सिहं,एल आईयू सहित पुलिस टीमें मौजूद रही।

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