कौशाम्बी। माफिया अतीक अहमद के मारे जाने के बाद अब उसकी फरार इनामी पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) और आईएस-227 गैंग के गुर्गों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को चायल क्षेत्राधिकारी ने पैरामिलिट्री के साथ सराय अकिल कस्बे में कॉम्बिंग की। इस दौरान लाउडस्पीकर पर अनाउंस कर उनके मददगारों को आगाह करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
चायल क्षेत्राधिकारी योगेंद्र नारायण कृष्ण ने लाउडस्पीकर से अनाउंस कर कहा कि शाइस्ता (Shaista Parveen) को शरण देने वाले या उनके गुर्गों की मदद करने वालों पर कार्रवाई तय है। इस मामले में उनका कहना है कि शूटरों द्वारा बीते दिनों मारे गए अतीक गिरोह के गुर्गें जनपद और पड़ोसी जिलों में शरण लिए हो सकते हैं। उनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें गोपनीय तरीके से नजर रख रही हैं। शरण देने वाले लोगों के सामने आने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे कुछ लोगों को चिन्हित भी किया गया है और उन पर गैंगस्टर व मिनी गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई हैं। क्षेत्राधिकारी ने कहा कि आम जनमानस बड़े अपराधियों एवं संदिग्ध लोगों के प्रति सतर्क रहें और ऐसे लोगों की जानकारी होने पर पुलिस को तत्काल सूचना दें।
उल्लेखनीय है कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज जिले के एक अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाते वक्त बीते दिनों हत्या कर दी गई थी। वहीं, उसका बेटा असद और शूटर गुलाम झांसी में हुए एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। इनके अलावा शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान, शूटर का मददगार अरबाज पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं। लेकिन अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) , (जो संभावित आईएस 227 गैंग की मुखिया), शूटर गुड्डू मुस्लिम, साबिर व अन्य दर्जनों सदस्यों को पकड़ने के लिए पुलिस विभिन्न जिलों और राज्यों में दबिश दे रही हैं। वहीं, स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की टीमें भी लगाई गई हैं।