बांदा जनपद की एसओजी टीम और कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को 2 कुंतल गांजे की खेप बरामद कर सात तस्करों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। इनमें एक छात्र ऐसा भी है जो बर्थडे पार्टी में आए हुए रिश्तेदारों को छोड़ने गया था जिसे पकड़ कर पुलिस ने जेल भेज दिया। इस संबंध में छात्र के परिजनों ने आज एसपी से मिलकर उसे निर्दाेष बताया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पल्हरी निवासी रामकरण पुत्र स्वामी दीन ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि मेरा पुत्र सोमदत्त 27 दिसंबर को गायत्री नगर बांदा निवासी राजेश कुमार वर्मा के यहां निमंत्रण में गया था। वहां से निमंत्रण के बाद अनिल कुमार वर्मा की मोटरसाइकिल द्वारा उनके रिश्तेदार शिव कुमार वर्मा व उनकी पुत्री पूजा वर्मा को छोड़ने रात्रि के लगभग 11 बजे भज्जू सिंह का पुरवा छोड़ने गया था।
भज्जू सिंह के पुरवा से लौटते समय आरटीओ ऑफिस के पास एसओजी टीम ने गलत तरीके से उसे पकड़ लिया और घर में कोई सूचना नहीं दी। जिसकी वजह से मेरा पुत्र बिना कुछ खाए पिए रात भर कठिन मानसिक पीड़ा से गुजरता रहा। सुबह तकरीबन 9 बजे कोतवाली बांदा में मैंने बेटे के अपहरण की सूचना दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और उसी दिन दोपहर बाद लगभग 3.30 बजे कोतवाली से सूचना मिली कि मेरे पुत्र को गांजा का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया है।
पिता ने बताया कि मेरे बेटे के मोबाइल से कॉल डिटेल, लोकेशन लेकर सर्विलांस के द्वारा जानकारी की जाए। पुत्र बीएससी कृषि तृतीय वर्ष का छात्र है तथा पार्ट टाइम में अनिल कुमार वर्मा की क्लीनिक पर काम करता है। इस बात की पुष्टि करते हुए अनिल वर्मा ने बताया कि मेरे घर में 27 दिसंबर की रात बर्थडे पार्टी थी। पार्टी के बाद मैंने उसे रिश्तेदार को छोड़ने के लिए मोटरसाइकिल दी थी।
जब वह वापस नहीं आया तो रात में ही 112 पुलिस को सूचना दी और उन्हें उस स्थान पर ले गए जहां से वह गायब हुआ था। पूरी रात तलाशने के बाद भी जब वह नहीं मिला तब घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई थी। उन्होंने बताया कि बर्थडे पार्टी के सीसीटीवी कैमरे फोटो भी उपलब्ध है। उक्त छात्र इस धंधे में कतई लिप्त नहीं है। पुलिस ने किसी गलतफहमी की वजह से उसे गिरफ्तार कर गांजा तस्करी में जेल भेजा है, पूरे मामले की जांच करा कर निर्दाेष को रिहा किया जाए।