बागपत: जिले में मस्जिद के अंदर हुए तीन लोगों की हत्या (Murder) का पुलिस ने महज छह घंटे के अंदर खुलासा कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस वारदात को किसी पेशेवर अपराधी ने नहीं, बल्कि मौलवी के दो नाबालिग छात्रों ने ही अंजाम दिया था। दोनों ने इमाम की पिटाई से नाराज होकर उसकी पत्नी और दो मासूम बेटियों की निर्मम हत्या (Murder) कर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
यह दिल दहला देने वाली वारदात बागपत जिले के दोघट थाना क्षेत्र के गांगनौली गांव की है। शनिवार को मस्जिद के अंदर इमाम की पत्नी और उनकी दो बेटियों के शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। मृतकों की पहचान इसराना (30 वर्ष), उनकी बेटी सोफिया (5) और दूसरी बेटी सुमैया (02) के रूप में हुई थी। घटना के समय इमाम इब्राहिम सहारनपुर जिले के देवबंद में गए हुए थे।
बदला लेने के लिए की हत्या (Murder)
पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले भी और शनिवार सुबह भी इमाम इब्राहिम ने उन्हें पढ़ाई के दौरान गलती करने पर डांटा और पीटा था। उसी रंजिश में दोनों ने इमाम से बदला लेने की ठानी। इमाम साहब के देवबंद जाना था। शनिवार दोपहर में उनका परिवार घर में सो रहा था। उस समय मस्जिद में उनके अलावा कोई भी नहीं था। इस बात का फायदा उठाते हुए नाबालिग बच्चों ने इमाम की बेटियों और पत्नी की हथौड़े से पीट-पीटकर और छुरी मारकर हत्या (Murder) कर दी।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर आलाकत्ल हथौड़ा और छुरी बरामद कर ली है। अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा अपराध बेहद योजनाबद्ध तरीके से किया गया था, लेकिन तकनीकी निगरानी और पुलिस टीम वर्क से पुलिस ने मात्र छह घंटे के भीतर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि दोनों आरोपी नाबालिग हैं और उन्हें कस्टडी में लेकर थाना दोघट पर पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।