जौनपुर। सुरेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत भ्रष्टाचार निवारण टीम ने मंगलवार को शाम थाने के एक दारोगा को दस हजार रुपये घूस ( bribe) लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार (Arrested) किया है। यह आरोपित दरोगा एक मुकदमे में पीड़ित से एक आरोपित का नाम निकालने के लिए रिश्वत मांगा था। दरोगा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
थाना क्षेत्र निवासी वादी महातिम पांडेय पुत्र स्वर्गीय विश्वनाथ पांडेय निवासी ग्राम कठवतिया थाना सुरेरी का पड़ोसी अंबिका से जमीनी विवाद चल रहा था जिस में मुकदमा पंजीकृत था। उक्त मुकदमे में शिकायतकर्ता के भतीजे उपेंद्र का नाम शामिल था जो कि घटना के समय है मौके पर नहीं था। जिसकी विवेचना उस दरोगा द्वारा की जा रही थी उस अभियुक्त का नाम निकालने के नाम पर उपनिरीक्षक हैदर अली ने दस हजार रिश्वत की मांग किया।
इस घटना को लेकर भुक्तभोगी महातिम पांडेय ने भ्रष्टाचार निवारण टीम वाराणसी युनिट को सूचना दिया उनके सूचना पर मंगलवार की शाम एंटी करप्शन टीम प्रभारी संध्या सिंह के नेतृत्व में मड़ियाहूं में पहुंची और वादी द्वारा स्थित शिवपुर बाईपास मिष्ठान की दुकान पर रुपये के लेन-देन की बात कही गई। जहां पर उपनिरीक्षक हैदर अली वर्दी व रिवाल्वर के साथ मौके पर पहुंचे और एंटी करप्शन टीम द्वारा दिए गए केमिकल लगे दस हजार रूपए वादी महातिम पांडेय ने जैसे ही दरोगा को सौंपा की एंटी करप्शन तत्काल उन्हें गिरफ्तार कर लिया और मडियाहू कोतवाली लाकर उनका हाथ धुलाया तो पानी लाल हो गया।
उनके खिलाफ मडियाहू कोतवाली में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। इस मामले में जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण टीम प्रभारी उपेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा 27 मई को हमें शिकायत लिखित प्राप्त हुई थी जिसमें आज ये कार्रवाई की गई है।
दरोगा के खिलाफ विभिन्न मामलों में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस मौके पर मड़ियाहूं पुलिस व एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक श्रीमती संध्या सिंह, उपेंद्र सिंह, अशोक कुमार सिंह यादव सहित संयुक्त टीम मौके पर मौजूद रहे।