उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर घोषणा की है कि राज्य के समस्त गांवों एवं गांवों के आस-पास के क्षेत्र में स्थित तालाबों तथा जल निकायों, जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज हैं, उन सब का अगले एक वर्ष में पुनर्जीवन किया जायेगा तथा वित्तीय वर्ष 2022-23 में जलवायु परिवर्ततन सम्बन्धी कार्यों को मुख्यधारा में लाने हेतु राज्य में ‘क्लाईमेंट बजटिंग’ प्रारम्भ किया जायेगा।
श्री तीरथ ने यह घोषणा शनिवार को अपने आवास पर जामुन के पौधे लगाने के बाद की।
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मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति एक-एक पौधा रोपित कर, पर्यावरण के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा आम आदमी के जीवन से जुड़ा विषय है। पर्यावरण का संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है। उन्होंने कहा कि इको सिस्टम रेस्टोरेशन के तहत पेड़ लगाकर एवं पर्यावरण की रक्षा कर हमें प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने और इकोसिस्टम पर बढ़ते दबाव को कम करने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा।