लोगों को 500 करोड़ का चूना लगाने वाले पोंजी स्कीम के सरगना और कल्पतरू ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक जय किशन सिंह राणा की शनिवार को कोरोना से मौत हो गई। राणा 50 से अधिक चिट फंड और रियल एस्टेट मामलों में वांटेड था। पुलिस को साल 2016 से जय किशन सिंह राणा की तलाश थी। हालांकि अब 54 साल की उम्र में मथुरा के एक प्राइवेट अस्पताल में जयकिशन सिंह राणा ने दम तोड़ दिया।
अस्पताल से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि राणा को शुक्रवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक राणा को जब अस्पताल लाया गया तब उनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई थी। मथुरा के एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 और 46 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
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पुलिस की ओर से जानकारी मिली है कि राणा कई सालों से फरार चल रहा था। 2018 में उसके सिर पर 15,000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी। काफी खोजबीन के बाद भी जब राणा का कुछ भी पता नहीं चला तो उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया। उनके खिलाफ कोर्ट में 23 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है। बता दें कि राणा पर पोंजी इनवेस्टमेंट स्कीमों और फ्लैट दिलाने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप था।
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पुलिस अधिकारियों के मुताबिक राणा ने एक बैंक से लोन लिया था लेकिन जब वह उसे लौटा नहीं सका तो मथुरा में मौजूद उसके बंगले केा नीलाम कर दिया गया था। इसके साथ ही उस पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का 80 करोड़ रुपये बकाया है। एसपी (क्राइम) आरएस राय ने कहा कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने वहां दर्ज कुछ मामलों में राणा की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया था।