श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के दोषी अभी भी फरार हैं और सुरक्षा एजेंसियां उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश में लगी हैं। 22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के गुनहगारों को लेकर पिछले महीने एजेसिंयों ने फोटो जारी कर दिए थे और उनके खिलाफ 20-20 लाख का इनाम भी घोषित किया था लेकिन वे अब तक पकड़ में नहीं आ सके हैं। ऐसे में इन वॉन्टेड आतंकवादियों (Terrorists) की फोटो सार्वजनिक स्थानों पर लगा दिए गए हैं।
पर्यटकों को बनाया गया निशाना
पिछले महीने पहलगाम के बैसरान घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 17 लोग घायल हो गए हैं। आतंकियों ने टूरिस्ट को निशाना बनाया था। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार सुबह से सेना से लेकर एनआईए, पुलिस और अन्य एजेंसियां एक्टिव किए गए। हमले के बाद आतंकवादियों की तलाश की जा रही है। पहले उनके स्केच फिर पोस्टर जारी किए गए थे।
लेकिन अब शोपियां जिले के अलग-अलग जगहों पर इन आतंकियों के पोस्टर लगा दिए गए हैं ताकि इन्हें जल्दी से पकड़ा जा सके। साथ ही आतंकी वारदात में शामिल आतंकवादियों में से 3 आतंकियों के बारे में जानकारी भी मांगी गई है।
सूत्रों के अनुसार, बेसरान हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों की पहचान हुई है। हमले में दो पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल हैं। इन आतंकियों ने 15 से 20 मिनट तक लगातार AK-47 से फायरिंग की। हमला करने वाले दो आतंकी पश्तून भाषा में बात कर रहे थे, जिससे स्पष्ट होता है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं। दो स्थानीय आतंकियों की पहचान भी हुई है। इनके नाम आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख बताए गए हैं।
इनाम की घोषणा
पहलगाम में ‘मिनी स्विटजरलैंड’ के नाम से मशहूर इस पर्यटक स्थल पर आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक और पुरुष थे। अनंतनाग पुलिस ने तब X हैंडल पर अपने एक पोस्ट में कहा, “इस कायरतापूर्ण कृत्य में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने में सहायक सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। साथ ही सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
इनाम की घोषण से कुछ देर पहले सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल होने के संदेह में 3 लोगों के स्केच जारी किए थे। तब अधिकारियों ने बताया कि ये 3 संदिग्धों का नाता पाकिस्तान से है। इनके नाम हैं आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा। एजेंसियों के अनुसार, तीनों आतंकवादियों के ‘कोड’ नाम भी थे – मूसा, यूनुस और आसिफ।
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बाद में भारत सरकार ने इस आतंकी हमले के बदले में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई जगहों पर निशाना साधते हुए आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी, जिसका भारतीय सशस्त्र बलों ने माकूल जवाब दिया। करीब 3 दिन चले संघर्ष में भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों समेत कई जगहों पर कार्रवाई की थी। संघर्ष के बाद भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर राजी हो गए।