कुशीनगर। जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सपहा टोला दहाउर बीस घरों के दलित हिंदुओं द्वारा घर बार बेचकर गांव छोड़ने का पोस्टर (Posters) लगाने से सनसनी फैल गई। इसकी जानकारी होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। मंगलवार को डीएम एस राजलिंगम व एसपी धवल जायसवाल दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए और मामले की छानबीन की और समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस दौरान तथ्य उभरकर सामने आया कि वर्ग विशेष के प्रधान पति सम्बंधित घरों के लोगों का अनावश्यक तरीके से उत्पीड़न कर रहे हैं। जिसके बाद लोग यह कदम उठाने को मजबूर हुए।
गांव में दो दर्जन दलित परिवार निवास करते हैं। पीड़ितों का आरोप है कि गत अगस्त माह के 16 तारीख को प्रधान प्रतिनिधि ने जल नल योजना के तहत हरिजन आबादी के लिए आरक्षित जमीन पर पानी की टंकी लगवाने के लिए दलितों की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया था। पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रधान प्रतिनिधि के उत्पीड़न से हम लोग आजिज हैं। प्रधान प्रतिनिधि और उसके गुर्गे हम लोगो को घर उजड़वा दिए तथा एक दलित महिला को उसके घर में ही जला कर मारने का प्रयास किया। जिसका इलाज जिला अस्पताल से चला है।
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इस खबर को चलाने वाले एक निजी चैनल के पत्रकार को भी प्रधान प्रतिनधि व उसके गुर्गों द्वरा जान से मारने धमकी दी जा रही है। आजिज ग्रामीणों ने सोमवार को प्रधान प्रतिनिधि महफूज खान के अत्याचार एवं षड्यंत्र से आजिज़ आकर गांव छोड़ने पर मजबूर है”का पोस्टर लगा दिया ।
पोस्टर की सूचना होते ही प्रसाशन में अफरा तफरी मच गई उप जिलाधिकारी रत्निका श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ गांव जाकर पीड़ित परिवारों से मिली और कार्यवाही का आश्वासन दिया।मंगलवार को अपर जिलाधिकारी देवी दयाल वर्मा,अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह सपहा पहुच कर दलित परिवारों से मिला,उसके बाद जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक भी गांव जाकर पीड़ित परिवारों एवं जलने से घायल महिला से मिल कर बातचीत किया और कार्यवाही का आश्वासन दिया।जिलाधिकारी ने कहा कि हरिजन आबादी के लिए आरक्षित जमीन पर कोई निर्माण नही हो सकता ,प्रस्तावित परियोजना के लिए दूसरी जमीन देखी जा रही है। इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।