शाहजहांपुर। थाना तिलहर पुलिस ने दो साल की बच्ची प्रज्ञा की हत्या का खुलासा करते हुए उसके सगे दादा व चचेरी दादी को गिरफ्तार किया है। बच्ची 29 नवम्बर से लापता थी, जिसका शव मंगलवार को क्षत-विक्षत अवस्था में पुराने खंडहरनुमा मकान से बोरी के अंदर बरामद हुआ था।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजीव कुमार वाजपेयी ने बुधवार को बताया कि थाना क्षेत्र के गांव ग्वार निवासी धीर सिंह की दो वर्षीय पुत्री प्रज्ञा राजपूत बीते 29 नवम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में घर के बाहर से खेलते समय लापता हो गई थी। पिता धीर सिंह ने उसी दिन बेटी के लापता का होने मामला तिलहर कोतवाली पर दर्ज करा दिया था। लापता बच्ची की बरामदगी के लिए पुलिस के साथ-साथ एसओजी व सर्विलांस आदि की मदद भी ली जा रही थी।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को लापता बच्ची का शव बोरी में बन्द उसके ही मकान के पास एक खंडहरनुमा मकान से बरामद किया गया था। उन्होंने बताया कि शक के आधार के बच्ची के दादा मुनेंद्र सिंह व चचेरी दादी तेजवती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
श्री वाजपेयी ने बताया कि मुनेंद्र बेटे धीर सिंह की शादी से खुश नहीं था और उसकी पत्नी से ऊषा से नाराजगी रखता था। ऊषा घर का सारा हिसाब किताब, रुपये व जेवर रखती थी। इसलिए धीर सिंह की चाची तेजवती भी उसकी पत्नी ऊषा से नाराज थी। मुनेंद्र और तेजवती ने ऊषा से बदला लेने के लिए एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा। 29 नवम्बर को जब बच्ची प्रज्ञा घर के बाहर खेल रही थी, तो तेजवती बच्ची को उठा कर खंडहर ले गई जहां उसने मासूम बच्ची की गला दबाकर हत्या की और शव को प्लास्टिक की बोर में बंद कर कमरे में डाल दिया। जिसके बाद मुनेन्द्र ने मौका पाकर मृतक बच्ची के शव को ईट, पत्थरों से अच्छी तरह ढक दिया था। ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।